नई दिल्ली- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को कहा कि सरकार ने वर्षा जल संचयन के आधारभूत ढांचे के निर्माण, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, अटल भू-जल योजना, जल जीवन मिशन जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाना शुरू किया है। संसद के बजट सत्र के पहले दिन केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना को मंजूरी दिए जाने का भी जिक्र किया और कहा कि इससे बुंदेलखंड में पानी की कमी को दूर करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, वर्षा जल संरक्षण के लिए भी गंभीरता से काम कर रही है। देश में वर्षा जल संचयन के आधारभूत ढांचे के निर्माण और पारंपरिक जल-स्रोतों के जीर्णाेद्धार के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत विभिन्न परियोजनाओं और अटल भू-जल योजना की मदद से देश में 64 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता विकसित की गई है।

उन्होंने कहा कि नदियों को आपस में जोडऩे की योजनाओं पर भी सरकार ने काम आगे बढ़ाया है। कोविंद ने कहा, हाल ही में 45 हजार करोड़ रुपए की लागत से पूरी होने वाली केन-बेतवा लिंक परियोजना को भी स्वीकृति दी गई है। यह परियोजना बुंदेलखंड में पानी की चुनौतियों को समाप्त करने में सहायक होगी।उन्होंने कहा कि हर घर जल पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू किए गए जल जीवन मिशन ने लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाना शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति ने कहा कि महामारी की बाधाओं के बावजूद करीब 6 करोड़ ग्रामीण घरों को पेयजल के कनेक्शन से जोड़ा गया है तथा इसका बहुत बड़ा लाभ हमारे गांव की महिलाओं-बहनों-बेटियों को हुआ है।