नई दिल्ली- राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अब अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए महीनों इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी। एम्स में भर्ती और ओपीडी में दिखाने आए मरीजों का अल्ट्रासाउंड उसी दिन किया जाएगा। अभी तक इसके लिए तारीख दी जाती थी, कई माह मरीजों को महीनों तक इंतजार करना पड़ता था। मरीजों की इन्हीं समस्या को देखते हुए एम्स प्रशासन ने सुविधा में सुधार किया है। हालांकि यह पायलेट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की गई है और यह सुविधा फिलहाल गंभीर मरीज, बुजुर्ग और दिव्यांग को दी जाएगी। इस संबंध में डिपार्टमेंट ऑफ रेडियोडायग्नोसिस एंड इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर व डॉक्टर दीप नारायण श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए रेडियोलॉजी विभाग ने उसी दिन अल्ट्रासाउंड करने की सुविधा शुरू की है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू हुई इस सुविधा को पहले ओपीडी में आने वाले गंभीर मरीजों को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा बुजुर्ग और दिव्यांगों को भी सुविधा मिलेगी। इस दौरान अल्ट्रासाउंड के बाद फिल्म और रिपोर्ट उन्हें उसी दिन मरीज को दे दी जाएगी। इस सुविधा के लिए एम्स के न्यू आरएके ओपीडी में 35 स्लॉट तैयार किए गए हैं। आदेश में कहा गया है कि फिलहाल ये सुविधा केवल मरीज गंभीर को ही उपलब्ध होगी। इसके अलावा सीनियर सिटीजन और दिव्यांग को भी इसका लाभ मिलेगा। आने वाले दिनों में इस सुविधा का विस्तार हो सकता है। इस सुविधा के लिए दोपहर 1 बजे तक काउंटर पर पंजीकरण करवाना होगा। साथ ही मरीज को ओपीडी ओ एम्स में भर्ती के साथ डॉक्टरों द्वारा दिए गए पर्ची को भी साथ लाना होगा। बता दें कि अभी अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए 3 से 4 माह की तारीख दी जा रही है। इस सुविधा से गंभीर व बुजुर्ग और दिव्यांग मरीजों को कुछ लाभ मिलेगा। हालांकि इस सुविधा के लिए डॉक्टर की मंजूरी जरूरी होगी। वहीं अन्य मरीजों की बात करें तो इसके लिए अभी उन्हें लंबा इंतजार करना होगा। बता दें कि एम्स में हर दिन हजारों की संख्या में मरीज आते हैं। इनमें से काफी संख्या में मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए बोला जाता है।