दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के लिए दिल्ली सरकार की गलत नीतियों को बताया जिम्मेदार
नई दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद कांग्रेस-भाजपा ने दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दोनों ही राजनैतिक दलों ने दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी और विधानसभी में प्रतिपक्ष के नेता रामबीर सिंह बिधूड़ी का कहना है कि अगर केजरीवाल सरकार में जरा भी नैतिकता बची है तो उसे 24 घंटे में इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि सिर्फ प्रदूषण ही नहीं, केजरीवाल सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है। सरकार चलाना आम आदमी पार्टी के बस की बात नहीं है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चेतावनी से साफ हो गया है कि दिल्ली की जनता के प्रति जो जिम्मेदारी अरविंद केजरीवाल को निभानी चाहिए, उसमें वह पूरी तरह से असफल साबित हुए हैं। वहीं, बिधूड़ी ने कहा कि ये हालात दिल्ली सरकार की गलत नीतियों के कारण ही पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार की नीयत काम करने की नहीं है और वह सिर्फ घोषणाओं और दावों से ही लोगों को बरगलाने की कोशिश करती रहती है। सुप्रीम कोर्ट ने जब 24 घंटे में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए कदम उठाने की बात की तो सरकार ने दिल्ली के पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सुधार, सडक़ों की मरम्मत, नए फ्लाईओवरों की योजना या ऐसे ही और कदमों की चिंता नहीं दिखाई बल्कि स्कूल बंद करने का फैसला करके अपने काम को पूरा मान लिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दिल्ली की एयर क्वालिटी 330 थी तो स्कूल बंद कर दिए गए थे लेकिन जब एयर क्वालिटी 400 के पार पहुंची तो स्कूल खोल दिए गए। हैरानी की बात यह है कि सरकार के वकील कोर्ट में यह बताते रहे कि स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अब कोर्ट द्वारा पोल खुलने पर दिल्ली सरकार ने फिर से स्कूल बंद किए हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया है कि सरकार समस्याओं को हल करने में सक्षम नहीं है। रेड लाइट ऑन और गाड़ी ऑफ जैसे कदमों को कोर्ट ने सिर्फ पापुलेरिटी स्लोन कहकर सरकार का प्रदूषण के प्रति नजरिया भी सबसे सामने रख दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने यहां तक कह दिया कि निगरानी के लिए हम किसी और को नियुक्त कर सकते हैं। आज तक किसी भी सरकार की निकम्मेपन के कारण ऐसी फजीहत नहीं हुई होगी। जबकि, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछले 7 वर्षों से दिल्ली के लोगों को गुमराह करने वाले अरविंद केजरीवाल के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण राजधानी कोविड-19 मौतों में नंबर वन रही, बेरोजगारी में नंबर वन, प्रदूषण में नंबर वन, महिलाओं के साथ उत्पीडऩ में नंबर वन, रेप कैपिटल, शराब पीने के लिए युवाओं की उम्र घटाकर नशे की राजधानी बन गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस बढ़ती महंगाई के प्रभाव को कम करने लिए केजरीवाल से मांग करती है कि डीजल पर वेट की दर कम करके कम से कम 10 रुपए प्रति लीटर कम करें। उन्होंने मांग की कि दिल्ली की बदहाल परिस्थिति के लिए जिम्मेदार अरविंद केजरीवाल तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे या उपराज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्खास्त करें।