नई दिल्ली- बेमौसम बारिश से खराब हुई फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों को मुआवजा राशि का चेक सौंपा। इस दौरान सीएम ने कहा कि किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए हमने मुआवजा राशि देना शुरू कर दी है। 20 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से पूरे देश में किसानों को सबसे ज्यादा मुआवजा दिल्ली में मिल रहा है। इसके अलावा, जनवरी में सरसों की फसल खराब हो गई थी। उसका मुआवजा देने के लिए मैंने सर्वे का आदेश दे दिया है। हमारी सरकार बनने से पहले दिल्ली के शासन व्यवस्था से किसान पूरी तरह से गायब था। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर बारिश से 70 फीसद से कम फसल नुकसान हुई है, तो 70 फीसद और 70 फीसद से ज्यादा फसल नुकसान हुई है, तो 100 फीसद मुआवजा मिलेगा। पंजाब में भी कपास की फसल बर्बाद हुई है और पंजाब सरकार ने 12 हजार रुपए देने का ऐलान किया है, लेकिन अभी तक किसानों को पैसा नहीं मिला है। केजरीवाल ने कहा कि जिस देश या जिस राज्य में किसानों की इज्जत नहीं है, वो देश तरक्की नहीं कर सकता। सोमवार को दिल्ली सचिवालय में आयोजित मुआवजा वितरण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के साथ राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत, मुख्य सचिव विजय देव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान किसानों ने सीएम को पगड़ी बांध कर सम्मानित किया। जिसके बाद सीएम ने कहा कि बीते अक्टूबर के महीने में बेमौसम बारिश हो गई थी। उसकी वजह से किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी। इसलिए फिर से हम लोगों ने 20 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने का निर्णय लिया है। मुआवजे का आंकलन करने के लिए हमने बहुत ही साधारण तरीका अपनाया है। अगर फसल 70 फीसद से कम नुकसान हुई है, तो किसान को 70 फीसद मुआवजा देंगे और 70 फीसद से ज्यादा फसल नुकसान हुई है, तो 100 फीसद मुआवजा दे देंगे। इसमें ज्यादा गणना करने की जरूरत ही नहीं है। अक्टूबर में फसलों को नुकसान हुआ था। इसका सर्वे कराने में दो-तीन महीने लग गए। अब सारे सर्वे पूरा हो गए हैं। इतनी जल्द सर्वे पूरा करने के लिए किसानों की तरफ से मैं सारे अफसरों और कर्मचारियों को भी बधाई देना चाहता हूं। आज से किसानों के चेक आने चालू हो जाएंगे। आज कुछ किसानों को मैं स्वयं चेक दे रहा हूं। मैं तो चाहता था कि खेतों में आकर यह चेक बंटने चाहिए। यह सभा गांव में होनी चाहिए थी और हजारों की तादाद में किसान होते, मजा ही अलग होता। लेकिन कोरोना का समय है और इस वजह से ज्यादा मीटिंग करनी ठीक नहीं है। इसलिए एक छोटा सा कार्यक्रम किया गया है। किसी को तीन लाख का, किसी को ढाई लाख का, किसी को दो लाख का चेक दिया जा रहा है, जो एक सम्मानजनक राशि है। बाकी दूसरे राज्यों में देखते हैं कि किसी को 10 रुपए का चेक पहुंचा। इससे अच्छा है कि चेक न ही दो। कम से कम किसान का अपमान तो न करो।
सीएम ने कहा कि चुनाव के चलते पंजाब आना-जाना पड़ रहा है। पंजाब में भी अक्टूबर के महीने में कपास की फसल बर्बाद हुई थी। गुलाबी सुंडी एक कीड़ा है, जो फसल को लग गया था। वहां की सरकार ने 12 हजार रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया, जबकि वहां पर किसानों की लागत ज्यादा थी। किसानों ने कहा भी कि 12 हजार रुपए में कुछ नहीं होगा। वह 12 हजार रुपए भी किसानों को आज तक नहीं मिला है। जबकि हमारे यहां लागत कम थी, उसके बावजूद हमने 20 हजार रुपए प्रति एकड़ देने का ऐलान किया और अब सब लोगों को चेक भी मिलना चालू हो जाएगा। आप सरकार है, हम आपके ही हैं, आपके परिवार के हैं, मैं एक तरह से आपका बेटा या भाई ही हूं, जब भी कभी किसी चीज की जरूरत हो, तो ये मत सोचना कि आपका कोई नहीं है। आपके घर का आदमी दिल्ली का मुख्यमंत्री है। आपके घर से आपका बेटा दिल्ली का मुख्यमंत्री है। कभी किसी चीज की जरूरत हो, तो आप आ जाना, हम आपके साथ खड़े हैं। कभी भी, किसी भी तरह का दुख-दर्द होगा, हम आपके साथ खड़े हैं। केजरीवाल ने कहा कि मुझे पता चला है कि जनवरी के महीने में सरसों की फसल भी बर्बाद हो गई है। मैंने उसका मुआवजा देने के लिए सर्वे करने का आदेश जारी कर दिया है।