दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर ने पकड़ी रफ्तार- 24 घंटे में 10665 नए मामले

नई दिल्ली- देश की राजधानी दिल्ली में घट रहे कोरोना के एक्टिव केस के बीच अस्पतालों में भर्ती हो रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इनमें ज्यादातर संख्या गंभीर मरीजों की है। राजधानी के अस्पतालों में 17 फीसद से अधिक मरीज भर्ती हैं। वहीं, करीब 12 फीसद तक वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड पर गंभीर मरीज भर्ती हैं। पिछले 6 दिनों का आंकड़ा देखे तो अस्पतालों में वेंटिलेटर और आईसीयू पर भर्ती मरीजों की संख्या 80 फीसद तक बढ़ गई है। वहीं कुछ निजी अस्पतालों में कोविड वेंटिलेटर बेड 100 फीसद फुल हो गए हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जहां अभी आधे कोविड वेंटिलेटर बेड खाली हैं। हालांकि अस्पतालों में भर्ती अधिकतर गम्भीर कोरोना मरीज दूसरी बीमारियों के चलते भर्ती हुए थे लेकिन अस्पताल की जांच में कोरोना पीडि़त मिले।

दिल्ली सरकार के एप के अनुसार छह दिन पहले वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड पर भर्ती मरीज की संख्या 131 थे, लो अब बढक़र 235 हो गई है। एप के अनुसार दिल्ली के अस्पतालों में 2709 बेड पर कोरोना मरीज भर्ती हैं। वहीं ऑक्सीजन बेड पर 2571 मरीज, आईसीयू बेड पर 759 मरीज भर्ती हैं। उधर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने कहा कि पहले से शुगर, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से संक्रमित मरीज अपने शुगर के स्तर और रक्तचाप को नियंत्रित रखने की कोशिश करें। अन्य गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीज मास्क और सैनेटाइजर के इस्तेमाल के साथ यह भी ध्यान रखें कि उन्हें भीड़ भाड़ से बिल्कुल बचना है और संभव हो तो करीबी लोग भी बिना मास्क के उनसे न मिलें। परिजनों को ऐसे मरीजों का विशेष ख्याल रखना है। ऐसे मरीजों के लिए कोरोना का नया वेरिएंट समस्याओं को और विकराल बना सकता है।