नई दिल्ली-दिल्ली के शॉपिंग मॉल में इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग को आसान बनाने के लिए डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन दिल्ली (डीडीसी) और वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट इंडिया(डब्ल्यूआरआई) ‘ईवी चार्जिंग गाइडबुक’ लॉन्च करेंगे। डीडीसी के उपाध्यक्ष जस्मिन शाह, डब्ल्यूआरआई इंडिया के कार्यकारी निदेशक (एकीकृत परिवहन) अमित भट्ट और विभिन्न शॉपिंग मॉल संघों के सदस्यों की ओर से 4 फरवरी को 11 बजे गाइडबुक लॉन्च की जाएगी। मालिकों को ईवी चार्जिंग के महत्व को समझने में सहायता करती है। इसके साथ ही ईवी चार्जिंग के अवसर का आंकलन और प्रभावी निर्णय लेने के लिए इससे जुड़ी प्रक्रिया की जानकारी देती है। मॉल के पार्किंग क्षेत्र में ईवी चार्जिंग स्टेशनों की योजना और कार्यान्वयन के लिए आगे का रास्ता तय करने में मदद करती है।दिल्ली सरकार ने शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने और दिल्ली को भारत की ईवी राजधानी बनाने के लक्ष्य के साथ, अगस्त 2020 में दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन नीति की घोषणा की। इस नीति का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार करना है। 2024 तक सभी नए वाहन पंजीकरण में 25 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी का लक्ष्य है। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को ईवी चार्जर के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पांच फीसदी पार्किंग स्थान आरक्षित करने के निर्देश दिए गए। शहर में निजी और अर्ध-सार्वजनिक स्थानों पर ईवी चार्जिंग पॉइंट्स लगवाने के लिए सिंगल-विंडो सुविधा की शुरुआत की गई। सिंगल-विंडो की सुविधा ने दिल्ली में ईवी चार्जिंग पॉइंट्स की स्थापना को बहुत सुविधाजनक बना दिया है। मॉल या किसी भी व्यावसाइस लक्ष्य को हासिल करने के लिए केजरीवाल सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर सब्सिडी का प्रावधान है। इसके अलावा 100 या इससे अधिक वाहनों की पार्किंग क्षमता वालेयिक क्षेत्र में धीमे चार्जर न्यूनतम 2,495 रुपये में लगवाए जा सकते हैं।इन प्रगतिशील फैसलों के कारण दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखा जा रही है। दिल्ली में सितंबर और नवंबर 2021 के बीच वाहनों की बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी करीब 9 फीसदी रही है, जबकि राष्ट्रीय औसत 1.6 फीसदी रहा है।डीडीसी उपाध्यक्ष जस्मिन शाह ने कहा कि दिल्ली को भारत की ईवी राजधानी बनाने के सीएम अरविंद केजरीवाल के लक्ष्य के तहत दिल्ली सरकार ने ईवी को बढ़ावा देने और बड़े स्तर पर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि इस चरणबद्ध गाइडबुक को लॉन्च कर शॉपिंग मॉल को ईवी आंदोलन का एक अभिन्न अंग बनाया जाए। केजरीवाल सरकार ऐसा करने वाली भारत की पहली राज्य सरकार बनेगी।जस्मिन शाह ने कहा कि दिल्ली के विकास में मॉल मालिक महत्वपूर्ण साझेदार हैं। मॉल में ईवी चार्जिंग पॉइंट स्थापित करके स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त दिल्ली सुनिश्चित करने में योगदान देंगे। हम चाहते हैं कि दिल्ली मक्षके शॉपिंग मॉल पूरे भारत के मॉल के लिए बेंचमार्क स्थापित करें। शॉपिंग मॉल में ईवी चार्जिंग की उपलब्धता लोगों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए अधिक आत्मविश्वास महसूस कराएगी। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सकारात्मक माहौल तैयार करेगी।डब्ल्यूआरआई इंडिया के कार्यकारी निदेशक (एकीकृत परिवहन) अमित भट्ट ने कहा कि कई अध्ययनों से पता चलता है कि एक ग्राहक औसतन दिल्ली में एक शॉपिंग मॉल के अंदर लगभग 90 मिनट बिताता है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने के लिए पर्याप्त समय मिलता है। कोरोना वायरस के कम होने के बाद शॉपिंग मॉल पुरानी स्थिति में लौट आएंगे। इसलिए खरीदारी के अनुभव के साथ ईवी चार्जिंग को शामिल करने का यह सही समय होगा। यह मॉल संचालकों और ग्राहको के लिए फायदेमंद हो सकता है। ग्राहकों को खरीदारी के दौरान वाहन चार्जिंग की सुविधा मिल सकेगी, वहीं मॉल को अतिरिक्त खरीददार मिल सकेंगे।

 

 

 

 

 

 

 

 

डब्ल्यूआरआई इंडिया के कार्यकारी निदेशक (एकीकृत परिवहन) अमित भट्ट ने कहा कि कई अध्ययनों से पता चलता है कि एक ग्राहक औसतन दिल्ली में एक शॉपिंग मॉल के अंदर लगभग 90 मिनट बिताता है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने के लिए पर्याप्त समय मिलता है। कोरोना वायरस के कम होने के बाद शॉपिंग मॉल पुरानी स्थिति में लौट आएंगे। इसलिए खरीदारी के अनुभव के साथ ईवी चार्जिंग को शामिल करने का यह सही समय होगा। यह मॉल संचालकों और ग्राहको के लिए फायदेमंद हो सकता है। ग्राहकों को खरीदारी के दौरान वाहन चार्जिंग की सुविधा मिल सकेगी, वहीं मॉल को अतिरिक्त खरीददार मिल सकेंगे।