नई दिल्ली- वृक्ष पृथ्वी का असली श्रृंगार हैं। इसी संकल्पना को चरितार्थ करते हुए दिल्ली नगर निगम ने इस वर्ष वृक्षारोपण के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। दिल्ली नगर निगम के मुताबिक पिछले वर्ष दिल्ली में १७ मिनी फॉरेस्ट बनाया गया था, लेकिन इस वर्ष में २० मिनी फॉरेस्ट बनाने का लक्ष्य रखा गया है। निगम के मुताबिक भूमंडलीय ताप को कम करने के क्षेत्र में कार्य करने वाली एजेंसियों ने अपने शोध में भी कहा है कि वृक्षों से तापमान में 3 से 5 डिग्री की कमी आती है। दिल्ली नगर निगम ने इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर इस वर्ष लगभग 85000 वृक्ष एवं 5,20,000 झाडिय़ां और सजावटी पौधे रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया है। दिल्ली नगर निगम ने वृक्षारोपण के लिए पार्कों, क्षेत्रीय कार्यालयों, निगम विद्यालयों, डिस्पेंसरियों, सडक़ के नारों, सामुदायिक केंद्रों इत्यादि स्थानों को चिन्हित किया है। इसके अलावा गत वर्ष निगम ने 17 स्थानों पर लगभग 8000 अतिरिक्त वृक्ष लगाकर मिनी फॉरेस्ट विकसित किए हैं जो अपनी तरह की एक अनूठी पहल है। यह वन सी-2 ब्लॉक केशवपुरम, शंकर रोड स्थित अग्निशमन केंद्र के सामने वाले पार्क, आजादपुर सब्जी मंडी के पार्क इत्यादि स्थानों पर यह मिनी फॉरेस्ट विकसित किए गए हैं। इस वर्ष भी पी यू ब्लॉक पीतमपुराए के एल शर्मा पार्क पश्चिम विहार,पीएचसी नरेला, शहीद भगत सिंह पार्क आउट्रम लेन, वेलकम, यमुना विहार, सुंदर नगरी,नंद नगरी इत्यादि कुल 20 स्थानों पर मिनी फॉरेस्ट विकसित किए जायेंगे। दिल्ली नगर निगम का लक्ष्य केवल वृक्षारोपण करने तक ही सीमित नहीं है बल्कि निगम लगाए गए पेड़-पौधों की उचित देखभाल के लिए भी प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में दिल्ली के तीनों निगमों ने एकीकरण से पहले पिछले पांच वर्षों में किए गए वृक्षारोपण का थर्ड पार्टी ऑडिट कराया है। भूतपूर्व दक्षिणी एवं पूर्वी निगम ने पूसा रोड स्थित आईएआरआई को थर्ड पार्टी ऑडिट की जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं पहले के उत्तरी निगम ने वृक्षारोपण के थर्ड पार्टी ऑडिट फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून से कराया है। दिल्ली नगर निगम दिल्ली के नागरिकों को उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। वर्तमान में जब नागरिक प्रदूषण, अत्यधिक गर्मी जैसी समस्याओं से परेशान हैं। ऐसे में दिल्ली नगर निगम द्वारा किए जा रहे वृक्षारोपण अभियान भविष्य में इस समस्या के हल में कुछ हद तक असर कारक रहेंगे।