एमजी मोटर इंडिया ने आज द वडोदरा मैराथन के साथ मिलकर टोक्‍यो पैरालिम्पिक्‍स 2020 की रजत पदक विजेता भाविना पटेल को एक कस्‍टमाइज्‍ड एमजी हेक्‍टर सौंपी है। भारत की पहली इंटरनेट-कनेक्‍टेड एसयूवी हेक्‍टर को इस भारतीय पैरा-एथलीट के लिये कस्‍टमाइज किया गया है।
इस वाहन को एक्‍सीलरेटर और ब्रेक्‍स चलाने के लिये हाथ से नियंत्रित होने वाले एक लीवर जैसे सुरक्षा उपायों के साथ रिडिजाइन किया गया है। इसके व्‍हीलचेयर अटैचमेंट्स को भी बारीकी से इंजीनियर किया गया है। जिससे इस गाड़ी को चलाने में सुखद अनुभव मिलता है। इसमें आसान ड्राइव के लिये सुपर-स्‍मार्ट डीसीटी ट्रांसमिशन और स्‍टार्ट/स्‍टॉप बटन भी है। भाविना पटेल को यह पर्सनलाइज्‍ड हेक्‍टर एमजी मोटर इंडिया के चीफ टेक्निकल ऑफिसर जयंता देब ने सौंपी।
ओलंपिक सिल्‍वर मेडलिस्‍ट भाविना पटेल ने कहा, “मुझे एमजी मोटर और वडोदरा फाउंडेशन द्वारा सोच-समझकर किया गया यह कार्य सचमुच अच्‍छा लगा है। पूरी तरह से कस्‍टमाइज्‍ड इस हेक्‍टर को अपना कहने में मुझे बहुत खुशी हो रही है। हमारे परिवहन के परितंत्र में यह एक बेहतरीन वाहन है, जो इनोवेशन में अग्रणी है और मैं ड्राइवर की सीट पर बैठकर इसकी ताकत का अनुभव लेना चाहती हूँ। यह शानदार कार मेरे लिये परिवहन के अलावा आजादी और सशक्तिकरण का अनुभव भी लेकर आई है।”
एमजी मोटर इंडिया के प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्‍टर राजीव छाबा ने कहा, “विविधता और समावेशन एमजीआई के केन्‍द्र में हैं और हमारे ब्राण्‍ड स्‍तंभों का हिस्‍सा भी हैं। एमजी में, हमने विभिन्‍न पहलों, जैसे वूमेंटरशिप और ड्राइवहरबैक, के माध्‍यम से महिलाओं को प्रोत्‍साहित किया है और उन्‍हें सहयोग दिया है। आज अपनी एमजी हेक्‍टर को भाविना के लिये कस्‍टमाइज करना हमारे लिये बहुत खुशी की बात है, क्‍योंकि भाविना ने टोक्‍यो में हमारे देश को गौरवान्वित किया है। इसके साथ हम भाविना की आदर्श दृढ़ता और लगन को विनम्रता से सलाम करते हैं, क्‍योंकि उन्‍होंने विपरीत स्थितियों से उभर कर पूरे देश को गर्व का अहसास कराया है। महिला सशक्तिकरण में उनका योगदान बेजोड़ है और हमें उम्‍मीद है कि हमारे द्वारा दिया गया प्रशंसा का यह टोकन उन्‍हें पसंद आएगा।”
वडोदरा मैराथन की चेयरपर्सन श्रीमती तेजल अमीन ने कहा, “हमारे एथलीट्स की फिटनेस और सेहत हमारे लिए हमेशा से महत्‍वपूर्ण रही है और हम अपने लक्ष्‍यों को पाने में एथलीट्स की सहायता करने हेतु उन्‍हें बढ़ावा देने में पक्‍का विश्‍वास रखते हैं। हमें खुशी है कि भाविना पटेल को एमजी मोटर का अपनी तरह का पहला कस्‍टमाइज्‍ड वाहन मिल रहा है।एमजी मोटर इंडिया के विषय में
साल 1924 में यूके में संस्‍थापित मोरिस गैराजेस के वाहन स्‍पोर्ट्स कार्स, रोडस्‍टर्स और कैब्रियोलेट सीरीज के लिये विश्‍व-प्रसिद्ध थे। अपनी स्‍टाइलिंग, सुंदरता और उत्‍साही प्रदर्शन के कारण एमजी के वाहन कई सेलीब्रिटीज की पसंद थे, जैसे ब्रिटिश प्रधानमंत्री और ब्रिटिश राज परिवार भी। यूके के एबिंगडन में साल 1930 में स्‍थापित एमजी कार क्‍लब के हजारों वफादार प्रशंसक हैं, जो इसे कार के एक ब्राण्‍ड के लिये विश्‍व के सबसे बड़े क्‍लबों में से एक बनाते हैं। विगत 96 वर्षों में एमजी एक आधुनिक, भविष्‍यगामी और अभिनव ब्राण्‍ड के तौर पर विकसित हुआ है। हलोल, गुजरात में स्थित उसकी अत्‍याधुनिक विनिर्माण सुविधा 80,000 वाहनों के वार्षिक उत्‍पादन की क्षमता रखती है और वहाँ लगभग 2500 लोग काम करते हैं। सीएएसई (कनेक्‍टेड, ऑटोनॉमस, शेयर्ड और इलेक्ट्रिक) परिवहन के अपने सपने के आधार पर यह तेजतर्रार कारमेकर आज ऑटोमोबाइल सेगमेंट में विभिन्‍न ‘अनुभवों’ को शामिल कर चुका है। इसने भारत में कई ‘पहलों’ की पेशकश की है, जैसे भारत की पहली इंटरनेट एसयूवी- एमजी हेक्‍टर, भारत की पहली प्‍योर इलेक्ट्रिक इंटरनेट एसयूवी- एमजी जेडएस ईवी और भारत की पहली ऑटोनॉमस