आपको बता दें कि ‘हम’ पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी ने तेजस्वी प्रसाद यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि,सदन में न रहकर सदन से बाहर जाकर कार्यक्रम कर रहे हैं. तेजस्वी यादव सदन के बाहर जाकर घटिया बात कर रहे. तेजस्वी यादव खुद को मुख्यमंत्री मानकर लोगों के बीच बात कर रहे हैं.आगे मांझी ने कहा कि,17 महीना में उन्होंने नौकरी दिया है, नौकरी तेजस्वी कैसे दे सकते हैं, वह मंत्री थे और यह दायित्व मुख्यमंत्री का होता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बगैर वह नौकरी कैसे दे सकते हैं. सरकार में कोई भी हुआ काम का नायक मुख्यमंत्री होता है ना कि उपमुख्यमंत्री होता है.इसके साथ ही आपको बता दें कि आगे मांझी ने कहा कि,तेजस्वी यादव मंत्रिमंडल से बाहर निकल चुके हैं और अब कुछ भी बोल सकते हैं. नीतीश कुमार समय पर चुनाव कराने के लिए तैयार हैं वहीं ‘मध्यवती चुनाव को लेकर कोई बात सामने नहीं आ रही है.’ तेजस्वी का आरोप पर मांझी ने जवाब देते हुए कहा कि,मध्यावती चुनाव बिहार में नहीं होगा.लोकसभा चुनाव अपने समय पर और विधानसभा चुनाव अपने समय पर होगी.बिहार की नीतीश सरकार ने 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन विश्वास मत जीतकर विपक्ष को करारा जवाब दिया और बिहार में अपनी सरकार बनाई. इसके साथ ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार के हालिया पलटवार के बाद प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप चरम पर है. इसी बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर लालू परिवार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा है कि,आज नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ लिए तो कह रहे हैं कि हाथ जोड़कर मेरे पास आए थे.” आगे उन्होंने कहा कि, ”तेजस्वी यादव क्या बोल रहे हैं, उसका जवाब नीतीश कुमार देंगे, लेकिन नीतीश कुमार 2015 में लालू प्रसाद जी के पुत्र और उनका राजनीतिक जीवन देने का काम किया था जो वनवास में चले गए थे.आपको बता दें कि आगे गिरिराज सिंह ने कहा कि,नीतीश कुमार के नाम से लालू परिवार को लॉकेट पहन कर घूमना चाहिए. मैं कहूंगा नीतीश कुमार को गाली देने के बदले यह काम करना चाहिए. बता दें कि इस दौरान ए-टू-जे और आप पार्टी के अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जवाब दिया कि,मैं भी उनका आप भी उनका जब रहे सत्ता से बाहर नहीं रह सकते हैं.आगे उन्होंने कहा कि,केवल जात-पात कर सत्ता में आते हैं, उसका भागीदार परिवारवाद में आता है. परिवार बाद में लालू जी भी रहे, परिवार बाद में तेजस्वी जी भी कह रहे हैं.