दिल्ली नगर निगम के नियमों के खिलाफ नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में खोली जा रही शराब की दुकानों को सील किया जाएगा। यह घोषणा शुक्रवार को दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी एवं दिल्ली के तीनों महापौर उपस्थित रहे। गुप्ता ने कहा कि निगमों द्वारा पहले से ही नई शराब की दुकानों को सील करने का काम शुरू हो चुका है लेकिन अब उसमें तेजी से आगे काम किया जाएगा। क्योंकि शराब की नई दुकानें खुलने से अपराध दर में वृद्धि हुई है जिस की चिंता केजरीवाल सरकार को बिल्कुल भी नहीं है। उन्होंने तीनों निगमों को निर्देश देते हुए कहा कि अगर कोई भी नई शराब की दुकान गैर पुष्टि क्षेत्र में खुला हो, मास्टर प्लान 2021 एवं निगम के नियमों का पालन न करता हो तो उसे तुरंत नोटिस भेजकर कर तत्काल प्रभाव से सील किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी जन विरोधी आबकारी नीति को वापस नहीं लेती है तो पूरे दिल्ली में 14 स्थानों पर बड़े स्तर पर 3 जनवरी को चक्का जाम किया जाएगा। गुप्ता ने कहा कि दिल्ली का हर व्यक्ति हर महिला नई शराब नीति से परेशान है क्योंकि उसके घर के बगल में शराब के ठेके खुले हुए हैं। पंजाब में शराब बंदी पर रोक लगाने की वकालत कर रहे केजरीवाल दिल्ली को शराब नगरी बनाने में लगे हुए हैं। लेकिन भाजपा चुप बैठने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने यह जन आंदोलन राजघाट से शुरु किया था और फिर हस्ताक्षर अभियान पूरे दिल्ली में चलाए गए और अब 3 जनवरी को प्रदेश में चक्का जाम कर इस जनविरोध नीति का विरोध किया जाएगा। एसडीएमसी महापौर मुकेश सूर्यान ने बताया कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ऐसी शराब की दुकानों को नहीं छोडऩे वाली जो मास्टर प्लान या निगम के नियमों का पालन न करती हो। अभी तक हमने 22 लोगों को नोटिस भेजा है और 6 दुकानें सील की है। पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने भी 8 ठेके सील किए है 70 ठेकों को नोटिस दिया जा चुका है।