पटना – लोकसभा चुनाव को लेकर कुछ ही समय बचा हुआ है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में हलचले तेज हो गई है. अब तक बिहार में एनडीए ने सीट बंटवारे को लेकर फॉर्मूला तैयार नहीं किया है. लगातार लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान की नाराजगी की खबरें सामने आ रही है. इधर कुछ दिनों पहले ही चिराग पासवान ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की. इस मुलाकात में चिराग ने लोकसभा चुनाव में 6 सीटों पर दावेदारी पेश की है. 2019 लोकसभा चुनाव में चिराग ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी. हालांकि बाद में 5 विधायक पार्टी से अलग हो गए थे. वहीं, इस बार भी चिराग ने 6 सीट की डिमांड की है. आपको बता दें कि बिहार में 40 लोकसभा सीटों पर चुनाव होने वाला है. जानकारी के अनुसार बीजेपी और जेडीयू दोनों ही 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है. उधर अन्य 6 सीटों पर अन्य सहयोगी दलों के बीच सीटों का बंटवारा किया जाएगा. चिराग की नाराजगी के बीच आरजेडी ने उन्हें सीधा ऑफर दे दिया है. आरजेडी नेता व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान के सवाल पर कहा कि यह समय बताएगा. वहीं, आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने सोमवार को बयान दिया है कि चिराग को महागठबंधन में शामिल होना चाहिए, जहां उन्हें उचित सम्मान दिया जाएगा. इसके साथ ही आरजेडी विधायक ने कहा कि अगर तेजस्वी और चिराग हाथ मिला लें तो बिहार में सभी 40 लोकसभा सीटों पर महागठबंधन जीत हासिल कर सकती है. उधर, सभी 40 सीटों पर एनडीए का सूपड़ा साफ हो जाएगा. तेजस्वी के पास बिहार के विकास का विजन है और एनडीए चिराग की अनदेखी कर रहे हैं. विधायक जी यही नहीं रुके उन्होंने यहां तक कह दिया कि एनडीए को जब जरूरत पड़ती है, वह चिराग को अपनी पार्टी में शामिल कर लेते हैं और जैसे ही काम खत्म होता है चिराग को एनडीए से बाहर कर दिया जाता है. आपको बता दें कि रविवार को मीडिया से बात करते हुए चिराग ने यह साफ कहा था कि हर दल उनकी पार्टी को अपने में शामिल करना चाहते हैं.