नई दिल्ली- आगामी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर शिक्षा निदेशालय ने बच्चों की तैयारी के लिए कमर कस ली है। संभावना है कि सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं अप्रैल अंत में करवाएगा। इसको लेकर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में तैयारियां तेज कर दी हैं। शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में कक्षाओं के बेहतर संचालन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर सभी स्कूल प्रमुखों के साथ एक मीटिंग का आयोजन किया गया। बैठक में शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता, शिक्षा सलाहकार शैलेन्द्र शर्मा और अतिरिक्त निदेशक (स्कूल) रीता शर्मा ने सभी विद्यालय प्रमुखों को आगामी परीक्षाओं के साथ-साथ सोमवार से नर्सरी से आठवीं तक की कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जाने को लेकर तैयारी संबंधी जरुरी चर्चा की। इस दौरान यह फैसला लिया गया कि 10वीं-12वीं के स्टूडेंट्स को तैयारियों के लिए प्रिंटेड सैंपल पेपर उपलब्ध करवाए जाएंगे, साथ ही स्कूल प्रमुख जरुरत पडऩे पर एसएमसी फंड का उपयोग कर रिसोर्स पर्सन्स को भी बुला सकेंगे। शिक्षा निदेशक जिलेवार शिक्षा अधिकारियों व स्कूल प्रमुखों के साथ रिव्यू मीटिंग करेंगे, विभिन्न कारणों से स्कूल से दूर बच्चों को स्कूल से जोडऩे का प्रयास किया जाएगा। वहीं, छोटी कक्षाओं में टीचर वन-ऑन-वन इंटरेक्शन की मदद से हर बच्चों से भावनात्मक रूप से जुडक़र उनकी सीखने संबंधी आवश्यकताओं पर काम करेंगे। उधर, बैठक में सोमवार से नर्सरी से आठवीं तक कक्षाओं के खुलने संबंधी तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई। इस बाबत सभी स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिए गए कि स्कूल खुलने के बाद अगले 2 सप्ताह तक विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के मेंटल-इमोशनल वेल-बींग पर काम किया जाए। क्योंकि पिछले 2 सालों में स्कूलों के बंद रहने से छोटे बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। बता दें कि एक लम्बे अरसे बाद जब दिल्ली में सोमवार से नर्सरी से आठवीं तक की कक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। शिक्षा निदेशालय के सभी स्कूलों बच्चों की स्कूल वापसी को लेकर पूरी तरह से तैयार है। इस बाबत शुक्रवार को शिक्षा निदेशालय द्वारा एक सर्कुलर भी जारी किया गया था। जिसके अनुसार स्कूलों के खुलने पर पहले बच्चों की मनोस्थिति को जानने का प्रयास किया जाएगा और पढ़ाई के लिए जल्दबाजी न कर उपयुक्त वातावरण तैयार कर उन्हें धीरे-धीरे पढ़ाई से जोड़ा जाएगा।