नई दिल्ली – अग्रवाल की आवाज” संस्था ने वीरवार को महाराज अग्रसेन अस्पताल द्वारका के परिसर में एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें अग्रवाल की आवाज को राजनीतिक स्तर पर मजबूत करने के लिए विधानसभा से वार्ड स्तर के संगठन के विस्तार के बारे में चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता और मंच संचालन संस्था के संगठन मंत्री विरेंद्र गर्ग ने किया। इस दौरान संस्था के संगठन को विस्तार देते हुए द्वारका विधानसभा से सुधीर सिंगला, उत्तम नगर से संजय मित्तल, जनकपुरी से सुभाष तायल, पालम से मनीष जैन, नजफगढ़ से विनोद अग्रवाल, मटियाला से डॉ. केके बंसल, तिलक नगर से अशोक गर्ग, विकासपुरी से रोहताश गर्ग, महरोली विधानसभा से अरुण रूंगटा को अध्यक्ष बनाया गया। सीए सेल का अध्यक्ष आदिश जैन को बनाया गया। इस मौके समाज के सैकड़ों लोग जिनमें तेजराम गुप्ता, रमेश बंसल, सुनील गोयल, विमल जैन, सतेंद्र गोयल, सुमन मित्तल, योगेश गुप्ता, प्रेरणा सिंगल आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि अग्रवाल समाज इसलिए अग्रणी रहता है क्योंकि महाराजा अग्रसेन और हमारे बुजुर्गों ने हमें सिखाया है कि हमें शुद्ध कमाई खानी है, हेरा फेरी की नहीं। अग्रवाल समाज अपनी मेहनत का 10% धर्म के कामों में लगाता है। हम अपने समाज से चंदा इकट्ठा करके स्कूल, अस्पताल, धर्मशाला और गौशाला जैसी संस्थाएं बनाते हैं। जिसमें सभी धर्मों और जाति के लोगों का दिल खोलकर स्वागत किया जाता है। ये इस समाज की विशेषता है और यही कारण है कि ये समाज अग्रणी रहता है। बावजूद इसके राजनीति में समाज को समुचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाता। भारत सरकार की कैबिनेट में हमारे 8 से 10 मंत्री होते थे। अन्य राज्यों के अलावा दो मुख्यमंत्री हमारे यूपी में, दो पंजाब में, एक हरियाणा में और एक अब दिल्ली में है। परंतु धीरे धीरे भारत सरकार की कैबिनेट से अग्रवाल समाज का स्थान गायब होता गया। मोदी सरकार आने के बाद यह संख्या 2-3 रह गई और वर्तमान में तो केंद्र में अग्रवाल समाज का केवल एक ही मंत्री है। डॉ. हर्षवर्धन एवं विजय गोयल को मंत्री पद से हटा दिया गया, लेकिन अग्रवाल समाज ने कोई विरोध नहीं जताया। यदि हमने समाज की आवाज नहीं उठाई तो धीरे धीरे कैबिनेट में अग्रवाल समाज का एक भी मंत्री नहीं बचेगा। आज पूरे भारत में अग्रवाल समाज का एक ही मुख्यमंत्री केवल दिल्ली में बचा है। इसलिए आज समय की जरूरत है कि देश और प्रदेश में अग्रवाल समाज का नेतृत्व बढ़े। उन्होंने कहा कि ‘अग्रवाल की आवाज’ संगठन का उद्देश्य यही है कि अग्रवाल समाज की राजनीति में भागीदारी बढ़े। ऐसे में हमें चाहिए कि पूरे देश में हमारे समाज का जो एकमात्र मुख्यमंत्री बचा है उसे बचाकर रखें और भी कहीं जो कोई भी समाज से मुख्यमंत्री पद का दावेदार हो, हमें उसका भी समर्थन करना चाहिए। कोई भी संस्था बनती है तो उसे मेहनत करनी पड़ती है। संस्था का मकसद राजनैतिक है और वर्तमान में दिल्ली में चुनाव होने वाले हैं, इसलिए हमें यहां जमकर मेहनत करनी है। आगे देशभर में जहां-जहां भी चुनाव होंगे हमें वहां भी मेहनत करनी होगी। दिल्ली के 70 विधानसभा एवं 250 निगम वार्डों में हमें समाज को जोड़कर ‘अग्रवाल की आवाज’ संगठन को मजबूत करना होगा। समाज ने अपनी ताकत दिखाई तो दिल्ली में हमारा मुख्यमंत्री तो रहेगा ही, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में विभिन्न पार्टियों द्वारा अग्रवाल समाज के व्यक्ति को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया जाने लगेगा। इसके अलावा अग्रवाल समाज को ज्यादा से ज्यादा टिकट भी मिलेगा।संस्था के अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि हमें राजनीति में अपनी भागीदारी बढ़ाने की लड़ाई लड़नी है। अग्रवाल समाज के सुरक्षा की लड़ाई लड़नी है। समाज के एकमात्र मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए लड़ाई लड़नी है। इससे और भी पार्टियां मुख्यमंत्री पद के लिए अग्रवाल समाज का चेहरा आगे बढ़ाएंगी। डॉ. सुशील गुप्ता जी ने इसका बीड़ा उठाया है। अगर हम रोज दो घंटे का भी समय दें तो यह तिनका तलवार बन जाएगा। हम सब समाज के दो-दो लोगों को भी जोड़े तो कारवां बन जाएगा।संगठन महामंत्री वीरेंद्र गर्ग ने कहा कि आज अग्रवाल समाज को राजनीतिक साजिश के तहत डराया धमकाया जा रहा है। दिल्ली में क्राइम बढ़ रहा है जिससे व्यवसायी अग्रवाल समाज काफी चिंतित है। इसलिए अग्रवाल समाज की मजबूती बेहद जरूरी है, और यह राजनीतिक ताक़त के माध्यम से ही सम्भव है। सभी पार्टियां अग्रवाल समाज से चंदा लेती है, लेकिन जब राजनीति में समुचित भागीदारी देनी होती है तो हमें भुला दिया जाता है। अग्रवाल समाज का जो भी प्रत्याशी होगा हम उसका समर्थन करेंगे। वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिखा गर्ग ने कहा कि सभी विधानसभाओं में जो प्रति निधि बनाए जाएंगे। तो पारिवारीक मिलन समारोह रखें, जिससे कि सभी को एक दूसरे को समझने का बेहतर मौका मिलता है। आज के समय में हर व्यक्ति सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है, इसलिए सोशल मीडिया के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने की कोशिश करें व समाज की एकता और अरविंद केजरीवाल की विचारधारा को आमजन तक पहुंचाएं।