नई दिल्ली- समय-समय पर दिल्लीवालों को 24 घंटे नल से साफ पानी देने का वादा करने वाली केजरीवाल सरकार ने एक बार फिर से दिल्ली के हर घर को 24 घंटे पानी देने का दावा किया है। बता दें कि इससे पहले भी सरकार ने दिसंबर 2017 तक दिल्ली के हर घर में टोंटी से साफ पानी देने का वादा किया था। उनके बाद भी सरकार की ओर से कई बार ऐसे वादे किए जाते रहे हैं। बहरहाल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर उच्च स्तरीय बैठक कर मानसून के दौरान यमुना में आने वाले अतिरिक्त जल को स्टोर करने और उसे शुद्ध कर लोगों के घर तक पहुंचाने की योजना बनाई है। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने संबंधित अधिकारियों को पायलट आधार पर वजीराबाद जलाशय के ऊपरी छोर पर 459 एकड़ का कैचमेंट वेटलैंड जलाशय बनाने और 20 एकड़ का ऑफ रिवर मिनी जलाशय बनाने की दिशा में आगे बढऩे के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार की योजना है कि मानसून के दौरान यमुना में आने वाले अतिरिक्त पानी को जलाशयों में स्टोर किया जाए और उसे शुद्ध कर लोगों के घर तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि हमारी यह रणनीति सफल होती है, तो ऐसे और जलाशय बनाए जाएंगे, ताकि मानसून के दौरान यमुना में आने वाले अतिरिक्त पानी को स्टोर कर उसका इस्तेमाल पीने के लिए किया जा सके।मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक में दो प्रोजेक्ट्स, वजीराबाद जलाशय के ऊपरी छोर पर 459 एकड़ का कैचमेंट वेटलैंड जलाशय और 20 एकड़ का ऑफ रिवर मिनी जलाशय बनाने की रणनीति पर आगे बढऩे के निर्देश दिए। पायलट प्रोजेक्ट के तहत यमुना नदी के पश्चिमी तट पर वजीराबाद जलाशय के उपरी छोर पर 459 एकड़ एरिया में कैचमेंट वेटलैंड जलाशय बनाने से 1735 एमजी मानसून का पानी जमा किया जा सकेगा। इस जमा पानी को शुद्ध कर पीने योग्य बनाया जाएगा, जो लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा। वहीं, दिल्ली सरकार की योजना है कि यमुना नदी में 20 एकड़ का ऑफ रिवर मिनी जलाशय बनाने से मानसून के पानी की स्टोरेज क्षमता में वृद्धि हो जाएगी। इस मिनी जलाशय की गहराई 10 मीटर होगी और इसमें करीब 223 एमजी पानी का स्टोर किया जा सकेगा दिल्ली सरकार द्वारा यमुना के करीब 32203 एमजी मानसून के पानी को स्टोर करने के लिए तीन रणनीति प्रस्तावित की गई है। पहला, 200 एकड़ के 20 कैचमेंट वेटलैंड भंडारण जलाशय बनाए जाएंगे और सभी जलाशयों की गहराई दो मीटर होगी, जहां 8552 एमजी मानसून का पानी स्टोर किया जा सकेगा। दूसरा, वजीराबाद जलाशय के एक हजार एकड़ एरिया में तालाब का विस्तार किया जाएगा। इसकी गहराई दो मीटर होगी और यहां पर 2138 एमजी मानसून के पानी का भंडार हो सकेगा। वहीं तीसरे प्रस्ताव के तहत, 100 एकड़ के 20 ऑफ रिवर मिनी जलाशय बनाए जाएंगे। सभी जलाशयों की गहराई 10 मीटर रखी जाएगी, जहां करीब 21381 एमजी मानसून के पानी का भंडारण हो सकेगा। इन तीन रणनीतियों के अलावा, मौजूदा तालाब की दो मीटर की गहराई तक सिल्ट गाद निकाली जाएगी। इससे 132 एमजी पानी का अतिरिक्त भंडारण हो सकेगा।