बेहतर शिक्षक तैयार करने की दिशा में सरकार ने दिल्ली में वल्र्ड क्लास टीचर ‘दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी’ की शुरुआत की। शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने इसका उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के 360ए निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है और दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी ‘भविष्य के राष्ट्र निर्माताओं’ को तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि ये यूनिवर्सिटी टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में पूरे विश्व में एक ब्रांड के रूप में उभरेगी जहां ट्रेनी को वल्र्डक्लास ट्रेनिंग देने के साथ-साथ नए आइडियाज व प्रैक्टिस के आदान-प्रदान के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ कोलैबोरेशन किया जाएगा। यहां यह सुनिश्चत किया जाएगा कि ट्रेनीज 30 से 50 प्रतिशत समय स्कूलों में बिताए और हैंड्स ऑन लर्निंग प्राप्त करें।
साथ ही दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी में एक अनूठा सेल भी स्थापित किया जाएगा जो दिल्ली के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों को शिक्षक बनने के लिए ओरिएंटेशन देगा। सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में शिक्षा को लेकर जो सपने देखे है, दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी उसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमारा विजन उसे देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी बनाना है। उन्होंने कहा कि इस सपने की शुरुआत हो चुकी है और ये सपना पूरा भी होगा जब डीटीयू का स्तर भविष्य में देश के सबसे प्रीमियम संस्थान आईआईटी-आईआईएम से भी अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी देश में सबसे तेजी के साथ शुरू होने वाली यूनिवर्सिटी है। जहां 4 जनवरी 2022 को विधानसभा में इसका कानून पास होने के मात्र 2 महीने के भीतर ही कागजी कार्यवाही, उपकुलपति का चयन सहित सभी कार्य पूरे हो गए।