अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से हड़ताल पर बैठी आंगनवाड़ी वर्कर्स ने महिला व बाल विकास विभाग के संयुक्त निदेशक नवलेन्द्र कुमार सिंह पर उनको नौकरी से निकालने का आरोप लगाया है। दिल्ली स्टेट आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन की अध्यक्षा शिवानी कौल का कहना है कि महिला व बाल विकास विभाग के संयुक्त निदेशक नवलेन्द्र कुमार सिंह ने शनिवार को एक कथित  धमकी भरा संदेश सभी हड़ताल करने वाली आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के नाम भेजा है।

इसमें नवलेन्द्र कुमार सिंह ने अपने विभाग की सुपरवाइजर और सीडीपीओ को कहा है कि सभी आंगनवाड़ी प्रोजेक्ट्स में जो भी वर्कर्स और हेल्पर्स हड़ताल में शामिल हुई हैं, उन्हें तत्काल टर्मिनेट किया जाएगा। ऑडियो मैसेज आंदोलन की नेताओं के लिए अपशब्द इस्तेमाल करते हुए सीधे कहा है कि जो भी हड़ताल में शामिल हो रहे लोग हैं, उन सभी को नौकरी से निकाल दिया जाएगा। शिवानी कौल का कहना है कि आंगनवाड़ी वर्कर्स किसी धमकी से डरने वाली नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि भारत का संविधान हरेक नागरिक को अपने अधिकारों के हनन के विरोध में और अपने हक़ों के लिए हड़ताल करने, यानी काम रोकने का पूरा हक देता है। कौल ने कहा कि इस मैसेज से यह भी सिद्ध हो गया है कि महिला एवं बाल विकास विभाग और उसके मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम की असली मंशा क्या है। उन्होंने कहा कि मानदेय में मामूली सी एकतरफा और नाकाफी बढ़ोत्तरी वास्तव में वर्कर्स और हेल्पर्स को मूर्ख बनाने के लिए और फिर वापस बुलाकर टर्मिनेट करने के लिए फैलाया गया जाल मात्र है।