पटना- लोकसभा सदस्य चिराग पासवान ने शुक्रवार को दावा किया कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटकों में चल रही खींचतान की वजह से बिहार मध्यावधि चुनाव की ओर बढ़ रहा है। पासवान ने दावा किया कि संभावित मध्यावधि चुनाव उसी समय तय हो गया जब मुख्य मंत्री नीतीश कुमार, जो चुनाव के बिना बाहर नहीं निकलते हैं ने हाल में राज्यव्यापी दौरे की योजना बनाई। पासवान ने यह टिप्पणी पत्रकारों द्वारा नीतीश कुमार की जदयू और भाजपा के बीच हाल में सामने आए मतभेद पर पूछे गए सवाल पर की, खासतौर पर शराबबंदी कानून को लागू करने के तरीके को लेकर। लोक जनशक्ति पार्टी के एक गुट की अध्यक्षता कर रहे चिराग पासवान ने कहा, विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के दिन से ही मैं कह रहा हूं कि यह सरकार नहीं टिकेगी।
अब इसके संकेत सामने आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पश्चिमी चंपारण जिले में पिछले साल जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिवारों की मदद की पेशकश बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल द्वारा किए जाने के बाद जदयू के प्रवक्ता ने इसकी आलोचना की थी और तब से ही दोनों दलों में खींचतान की खबरें आ रही हैं। जायसवाल की भगवा पार्टी के करीब माने जाने वाले और साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता नाटककार द्वारा कथित तौर पर सम्राट अशोक की कथित मानहानि करने को लेकर भी जदयू संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के साथ जुबानी जंग चली थी। चिराग पासवान ने मंत्री मुकेश साहनी की नाराजगी को भी रेखांकित किया जिनकी विकासशील इंसान पार्टी वर्ष 2020 के चुनाव से महज कुछ समय पहले राजग में शामिल हुई थी।
उनकी पार्टी के बोचहा से विधायक की हाल में मौत हुई है और साहनी ने धमकी दी है कि अगर भाजपा या जदयू ने उप चुनाव में इस सीट पर दावा किया तो वह गठबंधन से अलग हो जाएंगे। चिराग पासवान ने कहा, ए सब मन भेद का संकेत दे रहे हैं जो मत भेद से अलग है।यह गठबंधन के लिए ठीक नहीं है। एकीकृत लोजपा के पूर्व अध्यक्ष से राजग में वापसी की संभावना को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, मेरी प्राथमिकता अपनी पार्टी का आधार बढ़ाना है।भविष्य के गठबंधन पर चुनाव के समय विचार किया जाएगा, उससे पहले नही। जुमई से लोकसभा सदस्य चिराग पासवान को राजद नीत विपक्ष भी अपने खेमे में आने की पेशकश कर चुका है।