नई दिल्ली – भारत के डिजिटल पेमेंट इनोवेशन में बड़ा कदम उठाते हुए, देश में कारोबारों के लिए अग्रणी ओमनीचैनल पेमेंट एवं बैंकिंग प्लेटफॉर्म रेज़रपे, मलेशिया में यूपीआई पेंमेंट शुरू करने वाला पहला भारतीय पेमेंट गेटवे बन गया है। रेज़रपे ने एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड के साथ साझेदारी में अपनी कंपनी कर्लेक के माध्यम से यह नई शुरूआत की है। हाल ही में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 के दौरान एनआईपीएल के साथ इस साझेदारी को औपचारिक रूप दिया गया। इससे न सिर्फ रेज़रपे का ग्लोबल फुटप्रिन्ट मजबूत होगा बल्कि देश की सीमाओं के बाहर भी यूपीआई की स्वीकार्यता बढ़ेगी। इस नई शुरूआत के साथ मलेशिया जाने वाले लाखों भारतीय यात्री अपने पसंदीदा यूपीआई ऐप्स के ज़रिए मलेशिया के स्थानीय कारोबारों को पेमेंट कर सकेंगे। भारत और मलेशिया के बीच यात्रा के रूझान लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में सीमापार लेनदेन को आसान बनाना, नकद पर निर्भरता कम करना, विदेशी विनिमय की लागत को कम करना तथा यात्रियों एवं कारोबारों के लिए पेमेंट की स्वीकार्यता बढ़ाना ज़रूरी होता जा रहा है। अब मलेशिया के कारोबार भी इस सिस्टम का लाभ उठा सकेंगे, जहां यूपीआई पेमेंट पर भरोसा करने वाले भारतीय यात्रियों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। इस तरह स्थानीय कारोबारों को न्यूनतम बाधाओं के साथ राजस्व एवं अनुपालन के फायदे मिलेंगे। अपनी तरह की अनूठी इस साझेदारी के माध्यम से मलेशिया जाने वाले भारतीय यात्री यूपीआई ऐप के ज़रिए मलेशिया के कारोबारियों को इंस्टेंट पेमेंट कर सकेंगे, जिन्हें रेज़रपे के कर्लेक प्लेटफॉर्म के ज़रिए सीधे रिंगिट में पेमेंट मिलेगा। इस तरह यात्रियों को इंटरनेशनल कार्ड या एक्स्ट्रा इंटीग्रेशन की ज़रूरत नहीं रहेगी। यह साझेदारी दुनिया के सबसे आधुनिक रियल-टाईम पेमेंट सिस्टम्स में से एक-यूपीआई की क्ष्माता को विस्तारित कर डिजिटल पेमेंट में भारत के नेतृत्व को दर्शाती है। रेज़रपे कर्लेट जल्द ही मलेशिया में यूपीआई स्वीकार्यता उपलब्ध कराने वाली पहली पेमेंट सर्विस प्रदाता होगी। मलेशिया में यूपीआई की शुरूआत पर उत्सुकता व्यक्त करते हुए शशांक कुमार, एमडी, जी सह-संस्थापक, रेज़रपे ने कहा, यूपीआई ने भारतीयों के द्वारा भुगतान के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है, यह दर्शाता कि जब इनोवेशन एवं समावेशन एक साथ मिलते हैं तो कुछ भी संभव हो सकता है। अब कर्लेक के साथ हम इसी एनर्जी को मलेशिया में ला रहे हैं, अब भारतीय यात्री और मलेशिया के कारोबार उस स्पीड, भरोसे एवं सहजता का लाभ उठा सकेंगे जो भारत के डिजिटल पेमेंट को इतना पावरफुल बनाते हैं। यह सिर्फ पेमेंट के बारे में नहीं बल्कि एशिया में ऐसा फिनटेक भविष्य बनाने के बारे में है, जिसकी कोई सीमा न हो। केविन ली, कंट्री हैड एवं सीईओ, रेज़रपे कर्लेक ने कहा, मलेशिया जाने वाले भारतीय यात्रियों की संख्या लगातार तेज़ी से बढ़ रही है। यूपीआई पेमेंट को सक्षम बनाकर हम मलेशिया के कारोबारियों को भी भारत जैसी सुविधा से लाभान्वित करना चाहते हैं। यह पेमेंट को सहज बनाकर अधिक सशक्त एवं डिजिटली कनेक्टेड इकोनोमी बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। आने वाले समय में भी हम इनोवेशन के साथ वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं तथा मलेशिया को सीमा-पार कॉमर्स के अग्रणी हब के रूप में स्थापित करना चाहते हैं।रितेश शुक्ला, मैनेजिंग डायरेक्टर जी सीईओ, एनपीसीआई इंटरनेशल पेमेंट्स लिमिटेड ने कहा, यूपीआई ने भारत के भुगतान के तरीके को पूरी तरह से बदल डाला है तथा स्पीड, सुरक्षा एवं इंटरऑपरेबिलिटी के विश्वस्तरीय मानक स्थापित किए हैं। रेज़रपे कर्लेक के साथ साझेदारी में मलेशिया में पहुंच बढ़ाने से, मलेशिया जाने वाले लाखों भारतीय यात्री उसी सुविधा का लाभ उठा सकेंगे जो उन्हें भारत में मिलती है। साथ ही मलेशिया के कारोबारियों को भी भरोसेमंद पेमेंट नेटवर्क का लाभ मिलेगा। यह दोनों अर्थव्यवस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम है, जो एशिया में डिजिटल सहयोग को बढ़ावा देगा।रेज़रपे कारोबारों को भारत का यूपीआई सिस्टम अपनाने में सहयोग प्रदान करता रहा है तथा यूपीआई ऑटोपे, टर्बो यूपीआई एवं यूपीआई स्विच जैसे इनोवेशन्स के ज़रिए लेनदेन को सफल बनाने में योगदान दे रहा है। लाखों कारोबारों के लिए पेमेंट,पेरोल,बैंकिंग एवं सीमा पार सेवाओं को आसान बनाकर रेज़रपे आधुनिक समाधान उपलब्ध कराना जारी रखे हुए है जैसे चैट जीपीटी पर भारत का पहला एजेंटिक पेमंट, एआई-आधारित पेमेंट इंटीग्रेशन के लिए पहला एमसीपी सर्वर और देश का पहला बायोमीट्रिक कार्ड ऑथेन्टिकेशन सिस्टम। मलेशिया में एनआईपीएल के साथ साझेदारी इसी फिनटेक लीडरशिप का विस्तार है।

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