नई दिल्ली – अमृता विश्व विद्यापीठम ने गुरूवार को कोयंबटूर कैंपस में अमृता इंटरनेशनल स्कूल ऑफ लॉ (एआईएसएल) का उद्घाटन किया। स्कूल का उद्घाटन कानून और न्याय मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) तथा संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) चाहे कितना भी आगे क्यों न बढ़ जाए, वह इंसानों की तरह संविधान की नैतिकता और सही-गलत का फर्क नहीं समझ सकता। आज हम एक नए दौर में पहुँच रहे हैं, जहाँ एआई, 3डी प्रिंटिंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी आधुनिक तकनीकें तेज़ी से बढ़ रही हैं। लेकिन, इसके बावजूद यह याद रखना बहुत जरूरी है कि हमारे जीवन में निर्णायक भूमिका मूल्यों से प्रेरित मानवीय तत्व ही निभाएँगे।राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस के.आर. श्रीराम कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में शामिल हुए। मद्रास हाई कोर्ट की जज जस्टिस एल. विक्टोरिया गोवरी ने मुख्य संबोधन (कीनोट एड्रेस) दिया। माता अमृतानंदमयी मठ के कोषाध्यक्ष और ट्रस्टी तथा यूनिवर्सिटी की एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य स्वामी रामकृष्णानंद पुरी ने आशीर्वचन (बेनिडिक्टरी एड्रेस) दिया। समारोह की शुरुआत एआईएसएल के नए मूट कोर्ट हॉल और शैक्षणिक फैसिलिटीज के उद्घाटन से हुई। एआईएसएल के डीन डॉ. अनिल जी. वरियथ ने मेहमानों का स्वागत किया। वाइस चांसलर डॉ. पी. वेंकट रंगन ने मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। कार्यक्रम का समापन रजिस्ट्रार डॉ. पी. अजित कुमार के धन्यवाद् प्रस्ताव के साथ हुआ। कार्यक्रम के महत्व को और बढ़ाते हुए भारत के अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटारमणी ने एक खास संदेश साझा किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से प्रतीक्षित अमृता इंटरनेशनल स्कूल ऑफ लॉ (एआईएसएल) की स्थापना का सपना अब साकार हो गया है।

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