नई दिल्ली-दक्षिण दिल्ली में स्थित स्कूल ऑफ एक्सीलेंस-मदनपुर खादर और जानकी देवी-सर्वोदय कन्या विद्यालय-मयूर विहार इनके छात्रों ने ‘ब्रिलिओ नेशनल स्टेम चैलेंज २०२४’ का क्लस्टर राउंड जीता है। प्रतियोगिता का आयोजन डिजिटल परिवर्तन सेवा और समाधान क्षेत्र की कंपनी ब्रिलियो द्वारा किया गया था। स्कूली छात्रों के बीच स्टेम शिक्षा को बढ़ावा देने वाली सामाजिक संस्था स्टेम लर्निंग ने भी इस परियोजना में भाग लिया। वीर सावरकर सर्वोदय कन्या विद्यालय क्रमांक 1 में आयोजित क्लस्टर राउंड में इन विद्यार्थियों की सफलता का जश्न मनाया गया ‘स्टेम लर्निंग’ की टीम और शिक्षकों द्वारा छात्रों को सन्मानित किया गया। ये विजेता अब २७ अगस्त, २०२४ को बैंगलोर में होने वाले ग्रैंड फिनाले में प्रतिस्पर्धा करने के लिए क्षेत्रीय दौर में आगे बढ़ेंगे।यह प्रतियोगिता स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित) विषयों में सालभर चलनेवाली विभिन्न गतिविधियों की शुरूआत थी। इसमें विज्ञान और गणित मॉडल प्रतियोगिताएं, प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग का प्रदर्शन शामिल था। नेशनल स्टेम चैलेंज को छठी से दसवीं कक्षा के छात्रों के बीच जिज्ञासा, नवाचार और डिजाइन सोच कौशल को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। छात्रों की पृष्ठभूमि चाहे जो भी हो, वे इस प्रतियोगिता के लिए पात्र हैं।ब्रिलिओ नेशनल स्टेम चैलेंज’ एक अनूठी राष्ट्रीय प्रतियोगिता है जो पूरे भारत में सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में छात्रों को एक उत्कृष्ट स्टेम शिक्षा का मंच प्रदान करती है। ब्रिलिओ युवाओं में स्टेम कौशल विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह प्रतियोगिता उसी का एक हिस्सा है.स्टेम लर्निंग के संस्थापक आशुतोष पंडित ने कहा, “मैं राष्ट्रीय स्टेम चैलेंज के चौथे संस्करण की मेजबानी करने में रोमांचित हूं और इन सफल छात्रों को क्षेत्रीय दौर में आगे बढ़ते हुए देखने के लिए भी उतना ही उत्साहित हूं। स्टेम लर्निंग K-12 शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए एक मंच बनाने के लिए समर्पित है। इस मंच के माध्यम से हम स्कूली छात्रों को उनमें छिपी प्रतिभा को व्यक्त करने का अवसर प्रदान करते हैं। जहां भी हमारे विज्ञान केंद्र स्थापित हैं, हम इन गतिविधियों को लागू करते हैं। “स्टेम लर्निंग पूरे भारत में स्टेम शिक्षा के प्रसार के लिए समर्पित एक अग्रणी संगठन है। यह देश भर के ४,००० से अधिक स्कूलों में काम करता है। इसके अलावा, ‘स्टेम लर्निंग’ ३०० से अधिक कॉर्पोरेट कंपनियों की कॉर्पोरेट सीएसआर गतिविधियों में भागीदारी के माध्यम से सरकारी स्कूलों में विज्ञान केंद्र, विज्ञान प्रयोगशालाएं और टिंकर प्रयोगशालाएं स्थापित करने में जुटी हुई हैं। इस प्रकार दस लाख से अधिक छात्रों तक पहुंच कर, स्टेम लर्निंग भारतीय शिक्षा प्रणाली को बदलने और नवप्रवर्तकों की अगली पीढ़ी को सशक्त बनाने में योगदान दे रही है।स्कूल ऑफ एक्सीलेंस-मदनपुर के एक छात्र अश्मिता प्रसाद ने कहा,नेशनल स्टेम चैलेंज में भाग लेना मेरे और मेरे दोस्तों के लिए एक अविस्मरणीय यात्रा थी। प्रतियोगिता ने हमें दिखाया कि जब वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने की बात आती है तो कोई भी सपना बहुत बड़ा नहीं होता है। इस प्रतियोगिताने न केवल हमारे क्षितिज को व्यापक बनाया है, बल्कि कुछ नया करने और सीखने के लिए हमारा जुनून भी आजीवन जगाया है। हम इस अनुभव के लिए ब्रिलियो, स्टेम लर्निंग और अपने गुरुओं के बहुत आभारी हैं। यहां हासिल किए गए ज्ञान और कौशल के आधार पर, हम दुनिया का मुकाबला करने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के निरंतर विकसित होते क्षेत्र में योगदान करने के लिए तैयार महसूस करते हैं।”