नई दिल्ली- आगामी मानसून के मद्देनजर जलभराव की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली नगर निगम ने पुरजोर तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस दिशा में दिल्ली नगर निगम ने क्षेत्र में जलभराव तथा विभिन्न प्रकार की आपदाओं का शीघ्रता एवं कुशलता से निपटान के लिए नगर निगम के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है ताकि सिविक सेवाओं से सम्बंधित किसी भी समस्या का त्वरित निदान किया जा सके। इसके बारे में दिल्ली नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जलभराव की अप्रिय स्थिति का सामना ना करना पड़े इसके लिए आपात केंद्रों पर तैनात कर्मचारियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 150 कर्मचारियों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा,जिसमें बेलदार, माली और तकनीकी कर्मचारी, जेईएस, एई शामिल होंगे। इस प्रकार चरणवार रूप से कर्मचारियों के प्रशिक्षण कि व्यवस्था की जाएगी। बता दें कि दिल्ली नगर निगम के पास 12 आपदा केंद्र हैं जो मुख्य रूप से पेड़ों के गिरने, इमारतों के गिरने, निर्माणाधीन, पुराने, सडक़ों, गलियों के बंदोबस्त,डंप साइटों पर आग और मुख्य रूप से जलभराव आदि समस्याओं का निपटारा करते हैं। दिल्ली नगर निगम के स्वयं आकलन के अनुसार आपदा केंद्रों पर तैनात कर्मचारी को समुचित तरीके से प्रशिक्षित नहीं हैं। जिसके कारण आपदा प्रबंधन का कार्य उचित समय व आवश्यक निपुणता के साथ पूरा नहीं हो पाता है। दिल्ली नगर निगम दिल्ली के नागरिकों को बेहतर नागरिक एवं गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव कार्य कर रहा है। इसके साथ ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ पूर्ण समन्वय में आपात केंद्रों पर संसाधनों की समुचित व्यवस्था तथा उपकरणों के उन्नयन करने का भी फैसला लिया गया है।