नई दिल्ली – टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन ने वाराणसी के ऐतिहासिक शहर में भीड़ प्रबंधन समाधानों के लिए 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ग्लोबल चैलेंज के पांच फाइनलिस्ट्स की घोषणा की। यह चैलेंज वाराणसी नगर निगम, चैलेंज वर्क्स और वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट के सहयोग से विकसित किया गया है। पांच फाइनलिस्ट्स की सूची में आर्केडिस ‘संकल्प’ नामक एक एकीकृत समाधान के साथ,सिटीडेटा, इंक ‘सिटी फ्लो’ नामक एक क्लाउड-आधारित समाधान के साथ, वोजिक एआई ‘बेहतर वे’ नामक एक एआई-आधारित पैदल यात्री मार्गदर्शन प्लेटफॉर्म के साथ,प्रमेया कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड ‘नई चाल’ नामक एक भौतिक और डिजिटल एआई इकोसिस्टम के साथ,द अर्बनाइज़र ‘जनजात्रा’ नामक एक समाधान के साथ जिसमें स्थानीय जानकारी और कलर-कोडिंग मार्ग सूचक संकेतक आदि शामिल हैं। प्रत्येक फाइनलिस्ट को काशी में अपने प्रस्तावित समाधानों के परीक्षण और प्रदर्शन के लिए क्रियान्वयन वित्तपोषण के रूप में 130,000 अमेरिकी डॉलर दिए जाएंगे।इस अवसर पर वाराणसी के नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने कहा, सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज के माध्यम से वाराणसी वैश्विक स्तर पर इस बात का उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है कि ऐतिहासिक शहर अपनी मूल पहचान से समझौता किए बिना इनोवेशन को कैसे अपना सकते हैं। इस अवसर पर टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम डायरेक्टर प्रस गणेश ने कहा, वाराणसी सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज की यह यात्रा वास्तव में प्रेरणादायक है। वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट में सस्टेनेबल सिटीज़ विंग के प्रमुख अविनाश दुबेदी ने कहा, वाराणसी जैसे ऐतिहासिक शहर सतत मोबिलिटी के क्षेत्र में बहुत तेजी से उभर रहे हैं। चैलेंज वर्क्स में सिटीज़ एंड सोसाइटीज़ विंग की निदेशक कैथी नॉथस्टाइन ने कहा, वाराणसी ने दुनिया को दिखाया है कि स्थानीय स्तर पर समस्याओं का समाधान करके कैसे वैश्विक स्तर पर नेतृत्व किया जा सकता है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कंट्री हेड और एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट विक्रम गुलाटी ने कहा, हम इस चैलेंज के पांच फाइनलिस्ट्स की प्रतिबद्धता और प्रतिभा से बेहद प्रेरित हैं।