नई दिल्ली-आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को पंजाब पुलिस ने राज्य में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा भडक़ाने की कोशिश करने के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पार्टी ने भाजपा के प्रतिशोध के आरोप को खारिज कर दिया। एक ओर, आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर 29 अप्रैल को पटियाला में हुई झड़पों का जिक्र किया, तो दूसरी ओर पंजाब पुलिस ने कहा कि उसने दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता बग्गा को एक अप्रैल को मोहाली में दर्ज एक मामले के सिलसिले में राष्ट्रीय राजधानी में उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है।एक अप्रैल की प्राथमिकी में 30 मार्च की बग्गा की उस टिप्पणी का जिक्र है, जो उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर भाजपा की युवा शाखा के विरोध प्रदर्शन के दौरान की थी। भारद्वाज ने पंजाब पुलिस की कार्वाई का बचाव करते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य की पुलिस ने पिछले महीने बग्गा के खिलाफ मामला दर्ज किया था जब उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और हिंसा भडक़ाने की कोशिश की थी। भारद्वाज ने आरोप लगाया, इस तरह के बयानों के कारण, पंजाब पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की और अब बग्गा को गिरफ्तार कर लिया। उनके बयान सांप्रदायिक थे। भाजपा से जुड़े बहुत से लोग पटियाला में हिंसा भडक़ाने में शामिल थे। एक अप्रैल की प्राथमिकी आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गई थी, जिसमें 153-ए धर्म, जाति, स्थान आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना505 अफवाहबाजी और 506 आपराधिक धमकी शामिल हैं। बग्गा द कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अपने ट्वीट के लिए दिल्ली और पंजाब दोनों में सत्तारूढ़ आप के निशाने पर थे।बग्गा की गिरफ्तारी के बाद, भाजपा ने पंजाब पुलिस पर उनका अपहरण करने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक नेता अरविंद केजरीवाल राज्य पुलिस के माध्यम से बदला ले रहे हैं। भारद्वाज ने पलटवार करते हुए कहा कि पंजाब पुलिस ने बग्गा को इसलिए गिरफ्तार किया क्योंकि वह पांच समन भेजे जाने के बावजूद जांच में शामिल नहीं हुए। भाजपा के प्रतिशोध के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, प्रतिशोध की कोई बात नहीं है। पंजाब पुलिस निष्पक्ष रूप से अपनाकाम कर रही है।