नई दिल्ली- आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि वर्ष 2022-23 के बजट ने लोगों को मायूस किया है क्योंकि इसमें आम जनता के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि करोना काल में लोगों को बजट से बहुत उम्मीद थी। बजट ने लोगों को मायूस किया। आम जनता के लिए बजट में कुछ भी नहीं है। महंगाई कम करने के लिए कुछ नहीं है। उधर, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी केंद्रीय बजट को निराशाजनक बताया है। सिसोदिया ने कहा कि बजट में किसानों को कुछ नहीं दिया गया है। किसानों की एमएसपी का पैसा कम कर दिया है। पिछले साल एक करोड़ 97 लाख किसानों को इसका लाभ मिला था, मगर अब एक करोड़ 68 लाख किसानों को ही लाभ मिल सकेगा। कृषि क्षेत्र का बजट कम कर दिया गया है। पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। मगर स्वास्थ्य के क्षेत्र को लेकर भारत सरकार ने आंख फेर ली है। बजट में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की है। ऐसे माहौल में शिक्षा पर अधिक पैसा देने की जरूरत है। मगर शिक्षा का बजट कम कर दिया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार कहती है कि पांच साल में 60 लाख लोगों को नौकरियां देंगे। जबकि सच्चाई यह है कि दो साल में कोई नई नौकरी नहीं दी गई है। यह घोषणा हवा हवाई है कि किसी को कुछ नहीं मिलने वाला है। केंद्र सरकार झूठ बोल रही है। इनकम टैक्स में कोई छूट नहीं दी गई है। केंद्र सरकार का बजट निराश करने वाला है। मिडल क्लास को कुछ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि जहां तक दिल्ली सरकार की बात है केंद्रीय बजट में कुछ अतिरिक्त नहीं मिला है। करों में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए हमने उनसे मांग की थी, मगर वही 321 करोड़ मिला है जो 21 साल से मिलता आ रहा है।जबकि दूसरे अन्य राज्यों को आठ लाख करोड़ से अधिक राशि दी गई है। हमने दूसरे राज्यों की तरह दिल्ली नगर निगमों को भी फंड देने की मांग की थी। मगर इसमें भी एक पैसा नहीं दिया गया है।