पूर्वी निगम ने १२० ढलाव घरों को बंद किया
नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण २०२२ में अपनी रैंकिंग को बेहतर बनाने के लिए कमर कस ली है। पूर्वी निगम की रैंकिंग अच्छी हो इसके लिए निगम अपने क्षेत्र में कूड़े के प्रसंस्कारण,प्रोसेसिंग पर जोर दे रहा है। इसके तहत निगम ने १२० ढलाव घरों को बंद कर फिक्स कॉम्पेक्टर ट्रांसफर स्टेशन स्थापित कर दिया,ताकि कूड़े को खाद में परिवर्तित किया जा सके। इसके अलावा निगम घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना लागू कर दी और गीले कूड़े से खाद बनाने के संयंत्र और दो स्थानों पर 5 टन क्षमता वाले बायोमीथेनाइजेशन प्लांट लगाए जा चुके हैं। कूड़े के पुन:चक्रण के लिए पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी एमआरएफ  बनाई गई है। ईडीएमसी ने कचरा मुक्त शहर का टैग हासिल करने के लिए भी विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। ढलाव घरों को कूड़ा मुक्त बनाने के लक्ष्य के तहत सैकड़ों से अधिक ढलाव बंद किए जा चुके हैं। पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में ढलावो के स्थान पर फिक्स कॉम्पेक्टर ट्रांसफर स्टेशन एफसीटीएस लगाए जा रहे है। इसके अलावा मोबाइल कॉम्पेक्टर भी कार्य कर रहे हैं जिससे सडक़ों पर कूड़ा फैला ना मिले। केवल पिछले 8 माह के बेहद कम समय में ही इन कार्यों को संपन्न किया गया है। पूर्वी दिल्ली महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया कि सरकार पूर्वी निगम के फंड को रोक रखी है इसके चलते पूर्वी दिल्ली में विकास कार्य को गति मिलने में मुश्किलें आ रही है। बावजूद निगम अपने स्तर पर पूर्वी दिल्ली की जनता को बेहतर सुविधाएं मुहैया करा रही है।

स्वच्छता के लिए उठाए गए कदम
– कुल ढलाव घर की संख्या-३००
– ढलाव बंद किए-120
– मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी एमआरएफ  बनाई गई-६०
– मोबाइल कॉम्पेक्टर कार्य कर रहे-76
– फिक्स कॉम्पेक्टर ट्रांसफर स्टेशन लगाए गए-31
– गीले कूड़े से खाद बनाने के लगाए गए संयंत्र-10