नई दिल्ली- आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है कि भाजपा एक षड्यंत्र के तहत एनजीओ के माध्यम से एमसीडी की सभी जमीनों को बेचकर अपने नेताओं के नाम कर रही है। आप एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक का कहना है कि भाजपा ने अशोक विहार के केशवपुरम जोन में एमसीडी की जमीन एक एनजीओ को बेच दी, जिसका मालिक भाजपा पार्षदा मंजू खंडेलवाल का पति है। दस्तावेजों में खुद भाजपा पार्षदा ने इस बात की पुष्टि की है। ऐसा संभव नहीं कि एमसीडी के असिस्टेंट कमिश्नर ने इतना बड़ा फैसला लिया और बीजेपी की पार्षदा के पति को ही यह जमीन दे दी, इसकी जानकारी बीजेपी के अध्यक्ष को न हो। दुर्गेश पाठक ने इसे एक आपराधिक गतिविधि बताते हुए भाजपा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। रविवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज हम आपके पास एक सबूत लेकर आए हैं। यह सबूत महत्वपूर्ण हैं। इसमें साफ लिखा है कि नॉर्थ एमसीडी के असिस्टेंट कमिश्नर ने अशोक विहार के केशवपुरम जोन में ढ़लाव की एक ज़मीन को एक एनजीओ को दे दी। उस एनजीओ का नाम ‘पंचवटी सोशल वेलफेयर सोसाइटी’ है। सबसे महत्वपूर्ण चीज क्या है कि इस वॉर्ड की जो पार्षदा हैं उनका नाम मंजू खंडेलवाल है। यह जमीन जिसको दी गई वह उनके पति हैं, जिनका नाम राजेंद्र कुमार है। आपको यह समझ आ गया होगा कि पहले इन्होंने भाजपा नेता के नाम पर एक एनजीओ बनाया उसके बाद उसे यह जमीन दे दी गई। खुद बीजेपी की पार्षदा ने लिखा है कि यह जमीन इनको दे दी जाए। इसकी देखभाल वही करेंगे। उस जमीन पर पार्क बनाना है या जो भी बनाना है यह भी उन्हीं का निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि चोरी करते वक्त चोर को अपने दिमाग का इस्तेमाल भी करना चाहिए। लेकिन जब आप बहुत ज्यादा भ्रष्टाचारी हो जाते हैं, जब आपके अंदर लालच भर जाता है, तो ऐसी ही गलतियां होती हैं कि खुद पार्षदा लिखकर दे रही हैं कि यह ज़मीन इस एनजीओ को दे दीजिए। जिसके मालिक खुद उनके पति हैं। मुझे नहीं लगता है कि इतनी बेशर्मी के साथ कहीं भी भ्रष्टाचार किया जाता होगा। आज दिल्ली की जमीनों पर इस प्रकार से कब्जा किया जा रहा है, आज दिल्ली की ऐतिहासिक जमीनों पर कब्जा कर के बीजेपी के नेता अपने नाम पर लिखवाने का काम कर रहे हैं। यह आपराधिक गतिविधि है इसपर कार्रवाई होनी चाहिए।