नई दिल्ली- अधिक से अधिक महिलाएं शीर्ष पदों पर काम कर रही हैं हम यह आशा कर सकते हैं और अधिक स्टार्ट-अप और कंपनियां महिलाओं के सामने चुनौती बन कर आने वाले वास्तविक जीवन के मुद्दों को हल करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। अपने दैनिक संघर्ष, हताशा और इच्छाओं से प्रेरित होकर, महिला उद्यमियों को उत्पाद या सेवा के अंतर को पाटने और उन पीड़ादायक स्थितियों को हल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा जो केवल महिलाओं के लिए समस्यायें बनी हुई हैं।सामाजिक लक्ष्यों पर आधारित स्टार्ट-अप्स: एक सर्वेक्षण के अनुसार, जहां 15% पुरुष उद्यमी आर्थिक लाभ के लिए अपनी कंपनियां शुरू करने के लिए प्रेरित होते हैं, वहीं महिलाओं में वित्तीय लाभ वाली प्रेरणा केवल 2% महिला उद्यमियों में होती है। महिलायें एक सामान्य कारण से अधिक प्रेरित होती हैं, वह स्वयं को समुदाय का हिस्सा समझती हैं और समाज में परिवर्तन के लिये कैटेलिस्ट या उत्प्ररेक का काम करती हैं। महिला उद्यमियों द्वारा शुरू किये गये स्टार्ट-अप समाज के सामने आने वाले वास्तविक जीवन के मुद्दों, सामाजिक कारणों या महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में काम करेंगे।अनिका पाराशर, द वूमन्स कंपनी की संस्थापक एवं सीईओ महिलाएं उन संगठनों के लिए काम करना चाहती हैं जो उन्हें सशक्त बनाते हैं, जिनमें शक्तिशाली महिला हितैषी संस्कृति होती हैं, जिनमें उन्हें अपनी भूमिकाओं में लचीलापन और स्वायत्तता मिलती है, और इससे उन्हें संगठन में सार्थक योगदान देने में मदद मिलती है। भारत में महिला उद्यमियों की संख्या बढ़ने के साथ, कार्यबल में लिंगानुपात यह भी दर्शायेगा है कि अधिक महिलाएं महिलाओं के नेतृत्व में स्टार्ट-अप के लिए काम करना चाहती हैं। अधिक सहस्राब्दी महिलाएं पुरुषों के वर्चस्व वाली कॉर्पोरेट संस्कृति से मुक्त होंगी और महिला उद्यमियों द्वारा स्थापित नए उत्साहजनक उपक्रमों को आगे बढ़ाएंगी।और अधिक महिला उद्यमी अपने व्यवसाय की स्थिरता को प्रमुख लक्ष्य बनाएंगी: अगले दशक में प्रवेश करते हुए, ग्राहकों और संगठनों की मांगों के संदर्भ में पूरी दुनिया में स्थिरता का बोलबाला होगा, जो इसे अपने अभ्यास का एक हिस्सा बनाएंगे। आगामी वर्षों में विशेष रूप से स्वास्थ्य, सौंदर्य, फैशन और वस्त्र जैसे उद्योगों में स्थिरता मुख्य धारा में प्रवेश करने के लिए तैयार है, जहां महिला उद्यमी समान विचारधारा वाली महिलाओं को इस उद्देश्य में शामिल होने और स्थायी आंदोलन चलाने के लिए सशक्त बनाएगी। महिला नेतृत्व वाला संगठन अन्य स्टार्ट-अप्स और संगठनों को प्ररेणा देने के संदर्भ में स्थिरता अपनाने वाला पहला संगठन हो सकता है। हमारे समाज में कम प्रतिनिधित्व वाली महिलाएं आगे आएंगी: इंटरनेट क्रांति के कारण आज जैसे-जैसे सभी के लियेअवसर बढ़ रहे हैं, हम टियर 1, टियर 2 शहरों, ग्रामीण क्षेत्रों से आगे आने वाली और अधिक महिलाओं को देखेंगे, जिन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता या जिन्हें अधिक प्रसिदि्ध नहीं मिलती, वे व्यवसायिक क्षेत्रों में आती हैं और सफलता के अपने नियम स्वयं लिखती हैं। वे ऐसे उत्पाद और सेवायें लाएंगी जो अन्य वंचित या कम प्रतिनिधित्व वाली महिलाओं की आवश्यकताओं और जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगे और उन्हें सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।