नई दिल्ली- भारत की प्रमुख नॉन डिस्क्रिशनरी इक्विटी इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी फर्म और इक्वेंटिस ग्रुप का हिस्सा, रिसर्च एंड रैंकिंग ने अपने क्रांतिकारी फिनटेक एजुकेशन प्लेटफार्म इनफॉर्म्ड इन्वेस्ट टू आरआर के शुभारंभ की घोषणा की। प्लेटफार्म का उद्देश्य शेयर बाजारों में निवेश करने के तरीके को बदलना व दिलचस्प वीडियो के माध्यम से इन्वेस्टमेंट के बारे में सब कुछ एक छत के नीचे मुहैया कराना है। इक्वेंटिस ग्रुप के फुलटाइम डायरेक्टर, इंडस्ट्री एक्सपर्ट श्री संजीव आनंद इस पहल को लीड कर रहे हैं। एनएसडीएल नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड और सीडीएसएल सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड के आंकड़ों के अनुसार, भारत में करीब 9 करोड़ एक्टिव डीमैट अकाउंट्स हैं। अगर हम इस तथ्य को अलग रख दें कि निवेशकों के पास एक से अधिक डीमैट अकाउंट्स हो सकते हैं, तो भी यह स्पष्ट है कि सिर्फ 6.5 फीसदी भारतीय ही इक्विटी में निवेश करते हैं। निवेशकों का एक बड़ा तबका इक्विटी इन्वेस्टमेंट को जल्दी अमीर बनाने की स्कीम के रूप में देखता है लेकिन वास्तविकता इसके विपरीत है। मजबूत और बढ़ते बिजनेस में निवेश करके और उन्हें लंबे समय तक होल्ड करके, निवेशक अपनी जिंदगी को बदल देने वाला पैसा बना सकते हैं और इसी बात को इनफॉर्म्ड इन्वेस्टर इनिशिएटिव लोगों को समझाना चाहता है।न्चिंग पर लॉबोलते हुए, श्री संजीव आनंद कहते हैं,अपने काम के 12 वर्षों के दौरान हमने देखा है कि इन्वेस्टमेंट से संबंधित एक ही गलती किसी न किसी रूप में दोहराई जाती है। गलतियां करना कोई विषय नहीं है, ये हर किसी से होती है, लेकिन मुद्दा यह है कि जब इन गलतियों को सही करने की कोशिश की जाती है तो ज्यादातर निवेशक वापस लौट जाते हैं और इन्वेस्टिंग विजडम व्हील को रिइन्वेंट करते हैं। इस बात ने हमें एक फिनटेक एजुकेशन प्लेटफॉर्म इनफॉर्म्ड इन्वेस्टर लॉन्च करने के लिए प्रोत्साहित किया, जो निवेशकों को दशकों से इस क्षेत्र में काम रहे लोगों के सामूहिक ज्ञान से सीखने में मदद करता है। रिसर्च एंड रैंकिंग के फाउंडर और डायरेक्टर, श्री मनीष गोयल कहते हैं, हम निवेशकों को शिक्षित करने और उन्हें इनफॉर्म्ड फैसले लेने के लिए टूल्स उपलब्ध कराने में दृढ़ता से विश्वास करते हैं। इनफॉर्म्ड इन्वेस्टर भारतीय निवेशकों को निवेश के चार स्तंभों और जिन कोर वैल्यू को हम रोजाना फॉलो करते हैं को व्यवहार में लाने में मदद करेगा