नई दिल्ली- दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने उपराज्यपाल (एलजी) से अनुरोध किया है कि वह राजधानी में वीकेंड कफ्र्यू जारी रखने और बाजारों में ऑड-ईवन सिस्टम से दुकानें खोलने के फैसले पर पुनर्विचार करें। उन्होंने कहा है कि कोरोना के मामले कम होने के बाद व्यापारी वर्ग को राहत देना जरूरी है। इसमें दिल्ली सरकार के प्रस्ताव पर इस शर्त के साथ मंजूरी दी जानी चाहिए कि वह बाजारों में कोरोना नियमों का सख्ती से पालन कराएगी। बिधूड़ी ने कहा है कि बाजारों में ऑड-ईवन लागू करने के फैसले का भीड़ पर कोई खास नजर नहीं हो रहा और इससे सिर्फ व्यापारी वर्ग ही परेशान हो रहा है। इसके अलावा दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों और गरीब मजदूरों की रोजी-रोटी खतरे में पड़ रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले सरकार ने मेट्रो और बसों में भी 50 फीसदी यात्रियों को ही अनुमति देने का फैसला किया था लेकिन बाद में साबित हुआ कि इससे तो मेट्रो स्टेशनों और बस स्टॉप पर भीड़ बढ़ रही है। अब यही हाल मार्केट में भी हो रहा है। एक दुकान बंद होने से दूसरी दुकान पर भीड़ उमड़ रही है। इसके अलावा कोरोना के मामले लगातार कम होने के बाद अब वीकेंड कफ्र्यू का भी कोई अर्थ नहीं रह गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बाजारों में उमड़ी भीड़ के कारण सुप्रीम कोर्ट की चिंता के बाद सरकार ने कड़े नियम लागू किए लेकिन इसकी वजह यह थी कि दिल्ली सरकार बाजारों में भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम रही थी। अब सिविल डिफेंस और होमगार्ड को नियुक्त करके यह सुनिश्चित किया जाए कि बाजारों में भीड़ नहीं होगी। वे लोगों को सैनेटाइज करें और मास्क बांटें। सरकार के प्रस्ताव को इस शर्त के साथ मंजूरी दी जाए कि वह अपनी मशीनरी से कोरोना नियमों का पालन सुनिश्चित कराएगी। व्यापारियों और गरीब मजदूरों के हक में दिल्ली सरकार को यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि वह कोरोना नियमों को टूटने नहीं देगी।