काठमांडू- नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष माधव कुमार नेपाल ने कहा कि उनकी पार्टी को प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में शामिल होने की कोई हड़बड़ी नहीं है। नेपाल की 275 सदस्ईय प्रतिनिधि सभा में, नेकपा एकीकृत समाजवादी के पास 10 सीट हैं। माधव नेपाल ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार में अपनी भागीदारी के बारे में निर्णय लेने में जल्दबाजी नहीं करेगी। विश्वासमत प्रस्ताव 10 जनवरी को रखने की संभावना है। माय रिपब्लिका अखबार की खबर के मुताबिक, माधव नेपाल ने पार्टी से संबद्ध यूथ एसोसिएशन नेपाल, काठमांडू जिला समिति द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि राजनीतिक तस्वीर अभी स्पष्ट नहीं है और उनकी पार्टी के पोलित ब्यूरो की बैठक में भी कोई फैसला नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि वे सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों तथा सरकार में शामिल राजनीतिक दलों की गतिविधियों को देखने के बाद 10 जनवरी को इस पर फैसला करेंगे। माधव नेपाल ने दो जनवरी को नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी केन्द्र के प्रमुख प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने की संभावना से इनकार किया था। उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में पार्टी अच्छा कर रही है और वह किसी आरोप-प्रत्यारोप में उतरने के पक्ष में नहीं है। प्रचंड ने 26 दिसंबर को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। इससे एक दिन पहले प्रचंड की पार्टी नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले चुनाव पूर्व गठबंधन से नाटकीय रूप से बाहर निकल गई और विपक्षी नेता के पी शर्मा ओली की पार्टी नेकपा-यूएमएल के साथ हाथ मिलाने की घोषणा की। प्रचंड ने 275 सदस्ईय प्रतिनिधि सभा में 169 सदस्यों के समर्थन का दावा किया है। किसी राजनीतिक दल को अपने नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए 138 सीट की आवश्यकता होती है। शेर बहादुर देउबा के नेतृत्व वाली नेपाली कांग्रेस के पास 89 सीट हैं, जबकि नेकपा-यूएमएल और नेकपा-माओवादी केन्द्र ने क्रमश: 78 और 32 सीट हासिल की हैं।