नई दिल्ली-आप विधायक आतिशी ने भारत की स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज अपने विधानसभा क्षेत्र कालकाजी में आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज द्वारा आयोजित भव्य ध्वजारोहण समारोह का नेतृत्व किया। इस कार्यक्रम में 115 फीट उच्चा तिरंगा फहराया गया। कॉलेज के छात्रों और स्थानीय लोगों में तिरंगा फहराने और अपने विधायक के साथ राष्ट्रगान गाने को ले कर गज़ब का उत्साह देखने को मिला। छात्रों ने बढ़-चढ़ कर इस कार्यक्रम में भाग लिया।इस अवसर पर विधायक आतिशी ने कहा कि तिरंगे ने 1947 में एक बार देश को अंग्रेजों के खिलाफ एकजुट किया था। आज स्वतंत्रता दिवस पर हम वही तिरंगा हाथ में लेकर भारत को विश्व का नंबर 1 देश बनाने का संकल्प लेते है। यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का साहस ही है जो हर एक आम आदमी को उठने और देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करता है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से हमें आजादी मिली है, लेकिन उनके सपने आज भी अधूरे हैं। आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लेना चाहिए। हमें एकजुट होकर यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि इस देश में कोई भी भूखा न सोए और देश के प्रत्येक बच्चें को उत्कृष्ट शिक्षा और नागरिक को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा मिले।विधायक आतिशी ने कहा कि हम सभी अपने स्वतंत्रता सेनानियों के देश के लिए बलिदान और उनके संघर्षों के बारे में पढ़कर बड़े हुए हैं। आज जब मैं इस कॉलेज के युवा छात्रों के बीच खड़ी हूँ तो यह मुझे शहीद-ए-आजम भगत सिंह द्वारा किए गए उनके सर्वोच्च बलिदान की याद दिलाता है। हमने उनके साहस के बारे में पढ़ा कि कैसे उन्होंने मात्र 23 वर्ष की उम्र में भारत में आजादी की चिंगारी जला कर देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया, यह वह साहस है जो देश के हर नागरिक को देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा देता है उन्होंने कहा कि यह कहना अनुचित होगा कि लोगों में अब देशभक्ति की भावना नहीं रही लेकिन अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारे शहीदों के संघर्ष और उनके सपनों का भारत बनाने का उनका जज्बा कहीं पीछे छूट गया है। आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यह तिरंगा हमें उनके अधूरे सपनों और आज हमने जो संकल्प लिया है उसकी याद दिलाएगा।उन्होंने यह भी कहा कि हमें यह सवाल उठाने की जरूरत है कि आजादी के इतने वर्ष बाद भी हमें देश भर में ऐसी घटनाएँ क्यों देखने और सुनने को मिलती हैं जहां लोग भूख से मर रहे होते है। देश के हर बच्चे को अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा क्यों नहीं मिलती है? क्यूँ देश में अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं है? कोई भी बीमारी लाखों परिवारों को आसानी से गरीबी में क्यों धकेल देती है? निश्चित रूप से यह हमारे शहीदों का सपना नहीं था। आज भारतीय दुनिया के सबसे उच्च पायदान पर खड़े है और विश्व के उच्च संस्थानों का नेतृत्व कर रहे है लेकिन हम अभी भी नंबर 1 क्यों नहीं हैं? हम सभी को इस बारे में आत्ममंथन करने की जरूरत है।उन्होंने अपनी बात यह कहते हुए पूरी कि अब यह जिम्मेदारी हमारी है कि हम भारत को दुनिया का नंबर 1 राष्ट्र बनाएं। इसके लिए देश के हर शिक्षक, डॉक्टर, इंजीनियर, कलाकार और खिलाड़ी को एकजुट होना होगा। हमें भारत को दुनिया का नंबर 1 देश बनाने के लिए अपने जीवन के हर पल को देश के लिए समर्पित करने का संकल्प लेना होगा।