नई दिल्ली – डॉ नीरज संदुजा,एमबीबीएस एमएस ने बताया नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं नेत्र सर्जन, वियान रेटिना सेंटर हमारे शरीर की सबसे महत्वपूर्ण इंद्रियों में से एक हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, आंखों से जुड़ी बीमारियों जैसे ग्लूकोमा, मैक्युलर डिजेनेरेशन और मोतियाबिंद का खतरा भी बढ़ जाता है। अच्छी बात यह है कि कुछ आसान जीवनशैली बदलावों से इन जोखिमों को कम किया जा सकता है और आंखों की रोशनी लंबे समय तक सुरक्षित रखी जा सकती है। आइए जानें ऐसी पांच आदतों के बारे में जो आपकी आंखों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करेंगी नियमित रूप से आंखों की जांच कराएं दृष्टि सामान्य होने पर भी साल में कम से कम एक बार आंखों की जांच जरूर करवाएं। कई नेत्र रोग शुरू में बिना लक्षणों के होते हैं। एक संपूर्ण नेत्र परीक्षण समस्याओं का समय रहते पता लगाने और सही लेंस या चश्मा निर्धारित करने में मदद करता है।पोषणयुक्त आहार लें हरी पत्तेदार सब्जियां, मक्का, अंडे की जर्दी, खट्टे फल, ब्रोकली और मछली जैसी चीजें आंखों के लिए फायदेमंद होती हैं। इनमें मौजूद ल्यूटिन, ज़ेक्सैन्थिन, विटामिन सी और ओमेगा-3 फैटी एसिड आंखों को यूवी किरणों और सूखेपन से बचाते हैं।धूम्रपान छोड़ें धूम्रपान न सिर्फ शरीर, बल्कि आंखों के लिए भी नुकसानदायक है। यह यूवाइटिस, एएमडी, मोतियाबिंद और डायबेटिक रेटिनोपैथी जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ाता है। धूम्रपान छोड़ने से ये खतरे धीरे-धीरे कम होने लगते हैं। नियमित व्यायाम करें व्यायाम से शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जिससे आंखों को पर्याप्त पोषण मिलता है। यह ब्लड प्रेशर और वजन को भी नियंत्रित रखता है, जिससे ग्लूकोमा जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। स्क्रीन टाइम को संतुलित रखें .लंबे समय तक स्क्रीन देखने से आंखों पर दबाव पड़ता है। कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम से बचने के लिए 20-20-20 नियम अपनाएं: हर 20 मिनट में, 20 फीट दूर किसी वस्तु को 20 सेकंड तक देखें। छोटे-छोटे बदलावों को अपनाकर आप अपनी आंखों की रोशनी को सुरक्षित रख सकते हैं।