नई दिल्ली- उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने सोमवार को उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक में उत्तर रेलवे की कार्य-प्रगति की समीक्षा की । बैठक में वृद्धि और अन्य विकासात्मक कार्यों व माल लदान जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। उत्तर रेलवे ने समय पालनबद्धता के बेहतर रिकॉर्ड को बनाए रखा है और रेलगाडिय़ों के समय से चलने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर रेलवे ने 10 से 16 फरवरी 2022 तक की अवधि के दौरान 998 क्रैक मालभाडा रेलगाडिय़ां चलाई हैं जिससे मालभाड़ा लदान बेहतर हुआ है । उन्होंने बताया कि संरक्षा के अलावा गतिशीलता बढ़ाने जैसे कार्य उत्तर रेलवे की प्राथमिकता हैं। उन्होंने रेलपथों, वेल्डों के अनुरक्षण मानकों और रेलपथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मण्डलों को गतिशीलता बढ़ाने संबंधी कार्यों में तेजी लाने और कार्यों की प्रगति की जांच करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने रेल परिचालन के दौरान आने वाली बाधाओं को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। गंगल ने कहा कि जब भी आवश्यक हो संबंधित कर्मचारियों को परामर्श व प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेल पटरियों की दरारों और रेल वेल्डों की गहन निगरानी की जानी चाहिए और कोई त्रुटि नहीं छूटनी चाहिए। उन्होंने रेल परिचालन में मानवीय भूलों को न्यूनतम करने पर बल दिया। उन्होंने विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को रेलगाडिय़ों की समयपालनबद्धता में और सुधार करने और संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए माल लदान की गति को बनाए रखने के निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने नई दिल्ली हावड़ा और नई दिल्ली-मुम्बई रेलमार्ग पर रेलगाडिय़ों की गतिसीमा 130 किलोमीटर प्रतिघंटा से बढ़ाकर 160 किलोमीटर प्रतिघंटा करने के कार्यों की प्रगति का भी जायजा लिया। फ्रेट बिजनेस डेवलपमेंट पर बात करते हुए महाप्रबंधक ने बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों को रेल उपयोगकर्ताओं के बीच विश्वास और सहयोग का वातावरण बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे द्वारा दी जाने वाली रियायतें उसके सभी ग्राहकों तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने बताया कि खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में प्रत्येक माह के साथ वृद्धि बनी हुई है।
