दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा उतरी दिल्ली नगर निगम पर बकाया फंड को लेकर लगाए गए झूठे आरोपों का उत्तरी दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने खंडन किया। उन्होंने कहा कि हम बकाया फंड पर किसी भी सार्वजनिक मंच पर बहस करने के तैयार हैं। महापौर ने बताया कि वर्ष 2019-20, 2020-21 व 2021-22 में योजना मद के अंतर्गत कुल 660.68 करोड़ रूपए उत्तरी दिल्ली नगर निगम का दिल्ली सरकार पर बकाया है। दिल्ली सरकार ने अपने बजट प्रावधानों में उत्तरी दिल्ली नगर निगम को दिए जाने वाले फंड में 20 प्रतिशत यानी लगभग 328.60 करोड़ रूपये की कटौती की है। दिल्ली सरकार पर इस वर्ष बीटीए का 145.70 करोड़ रूपये, शहरी विकास मद में 45.70 करोड़ रूपये व शिक्षा मद में 137.20 करोड़ रूपये यानी कुल 328.60 करोड़ रूपये बकाया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार निगम को आर्थिक रूप से पंगु बनाने के लिए बकाया फंड जारी नहीं कर रही है। महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली परिवहन निगम व दिल्ली जल बोर्ड को 54000 करोड़ रूपये का ऋ ण दिया हुआ है जिसके कारण दिल्ली सरकार को हर साल करोड़ो रूपये का नुकसान हो रहा है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को गैस चैंबर बना दिया है, यमुना नदी साफ करने के नाम पर करोड़ो रूपये का घोटाला किया गया है, दिल्ली में 850 शराब के ठेके खोलने के लिए नई आबकारी नीति लागू की है। नेता सदन छैल बिहारी गोस्वामी ने बताया कि आम आदमी पार्टी पहले झूठे आरोप लगाती है फिर बाद में माफी मांगती है और इसके कई उदाहरण हमने पूर्व में भी देखे है। हमें अपने बकाया फंड के लिए मुख्यमंत्री के आवास पर 13 दिनों के लिए धरना भी दिया था मगर इन्होंने इस संबंध में एक बार भी चर्चा करने की कोशिश भी नहीं की। उन्होंने बताया कि आज दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक का क्या हाल है वो हम सब जानते है। कुत्तों के बंध्याकरण के संबंध में आम आदमी पार्टी द्वारा लगाए गए सभी आरोप लगाए झूठे है। उत्तरी दिल्ली नगर ने कुत्तों के बंध्याकरण के लिए गैर सरकारी संगठन को वर्ष 2020 के लिए 1.98 करोड़ रूपये का और वर्ष 2021 के लिए 1.28 करोड़ रूपये का भूगतान करना है जो अभी तक निगम ने नहीं किया है।