नई दिल्ली- वाघ बकरी टी ग्रुप के कार्यकारी निदेशक श्री पारस देसाई को एफएआईटीटीए (फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया टी ट्रेडर्स एसोसिएशन) का अध्यक्ष चुना गया है। इसके साथ ही, वाघ बकरी टी ग्रुप की निदेशक विदिशा देसाई को एफएआईटीटीए की कार्यकारी समिति में शामिल किया गया है। गौरतलब है कि, एफएआईटीटीए भारतभर के चाय व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करने वाला शीर्ष राष्ट्रीय स्तर का संगठन है। यह संगठन सरकारी अधिकारियों, चाय बोर्ड और अन्य संबंधित संगठनों के साथ मिलकर उद्योग से जुड़ी समस्याओं का समाधान करता है और विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए चाय खरीदारों और व्यापारियों के हितों की रक्षा करता है। श्री पारस देसाई वाघ बकरी चाय परिवार के चौथी पीढ़ी के उद्यमी हैं और वर्ष 1993 से समूह से जुड़े हुए हैं। उनके नेतृत्व में, वाघ बकरी समूह भारत का सबसे बड़ा पैकेज्ड टी बिजनेस हाउस (चाय व्यवसाय घराना) बन गया है, जिसकी आज 24 राज्यों में उपस्थिति है और 60 से अधिक देशों को निर्यात करता है। एफएआईटीटीए के अध्यक्ष के रूप में अपनी नियुक्ति होने पर, श्री देसाई ने कहा कि,एफएआईटीटीए का नेतृत्व करना वास्तव में एक सम्मान की बात है। मैं सभी सदस्यों के विश्वास और सहयोग के लिए और पूर्व अध्यक्षों और पदाधिकारियों के अपार योगदान के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हुं। चाय उद्योग आज एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। पिछले कुछ वर्षों से, चाय उद्योग उपभोक्ताओं की बदलती रुचि और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है। मेरा मुख्य ध्यान विविध चाय श्रेणी को और मज़बूत करने के लिए उद्योग के सदस्यों, सरकार और नियामकों के साथ मिलकर काम करने पर होगा। मैं चाय उद्योग में भविष्य के अवसरों को विकसित करने और सभी हितधारकों के साथ मिलकर चुनौतियों का समाधान करने के लिए तत्पर हूँ।श्री देसाई ने अमेरिका के ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी से प्रबंधन अध्ययन में डिप्लोमा प्राप्त किया है। उन्हें टी टेस्टर (चाय चखने) का तीन दशकों से भी ज़्यादा का अनुभव है। वे कई कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहलों, विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और पुनर्वास के क्षेत्र में सक्रिय रूप से सहयोग करते हैं।गौरतलब है कि, वर्ष 2014 में स्थापित एफएआईटीटीए संगठन, चाय उद्योग में नीलामी, थोक और खुदरा व्यापार, पैकेजिंग, भंडारण और निर्यात से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए भारत भर के चाय व्यापारी संघों के साथ मिलकर काम करता है। यह खाद्य सुरक्षा मानकों, विशेष रूप से भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कार्य करता है और नीलामी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता को बढ़ावा देता है।