नई दिल्ली- राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी ब्लॉक में जलने से घायल हुए मरीजों के लिए आपातकालीन सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया गया है। ट्रॉमा सेंटर के बगल में स्थित इस केंद्र का उपयोग अब तक कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए एक अस्थाई केंद्र के रूप में किया जा रहा था। एम्स के चिकित्सा अधीक्षक द्वारा जारी एक परिपत्र के अनुसार, बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी ब्लॉक के भूतल पर आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध हैं और कोई भी यहां जेपीएनएटीसी परिसर में चौधरी झंडू सिंह रोड से प्रवेश कर सकता है। परिपत्र के अनुसार आपातकालीन सेवाओं के लिए आठ निरीक्षण बेड की व्यवस्था की गई है। एम्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह ब्लॉक लगभग 15,000 आकस्मिक मरीजों को देखने और एक साल में 5,000 मरीजों को देखने में सक्षम है। अधिकारी ने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष जलने के लगभग 70 लाख मामले दर्ज किए जाते हैं और जलने की वजह से प्रति 1.4 लाख लोगों की जान चली जाती है, जबकि अन्य 2.4 लाख रोगियों गंभीर विकृतियों से ग्रसित हो जाते हैं। बहरहाल, एम्स में जलने से घायल लोगों के लिए इमरजेंसी सेवा शुरू बड़ी राहत की बात है। क्योंकि, इसके बंद होने का खामियाजा हादसा पीडि़तों को भुगतना पड़ रहा था।