नई दिल्ली- कांग्रेस की चांदनी चौक जिला इकाई ने एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अनुरोध किया। सिब्बल चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व सांसद हैं। जिला कांग्रेस अध्यक्ष जावेद मिर्जा ने प्रस्ताव पढ़ते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व के खिलाफ कपिल सिब्बल की टिप्पणी पर विचार करने के लिए चांदनी चौक जिला कांग्रेस इकाई की कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई। उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मामले में सिब्बल के खिलाफ उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अनुरोध करते हुए एक प्रस्ताव पेश कर रही है। जिला कांग्रेस की बैठक में ध्वनिमत से यह प्रस्ताव पारित किया गया। बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जाने-माने वकील कपिल सिब्बल ने पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के बाद शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। सिब्बल ने कहा कि गांधी परिवार को हट जाना चाहिए और किसी अन्य नेता को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए। उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व इस समय अनिश्चितता की स्थिति में है। मुझे सब की कांग्रेस चाहिए। जबकि पार्टी के कुछ नेता घर की कांग्रेस चाहते हैं। सिब्बल ने साक्षात्कार में कहा है कि गांधी परिवार को कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व से अलग होना चाहिए और किसी अन्य को मौका देना चाहिए। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ सिब्बल की इस टिप्पणी की पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कड़ी आलोचना की है। लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने सिब्बल पर आरएसएस और भाजपा की भाषा बोलने का आरोप लगाया। राहुल गांधी के कट्टर वफादार टैगोर ने मंगलवार को कहा था कि आरएसएस और भाजपा चाहते हैं कि पार्टी को खत्म करने और भारत के विचार को नष्ट करने के लिए कांग्रेस में नेतृत्व की स्थिति से गांधी परिवार के सदस्य बाहर हो जाएं। टैगोर ने सिब्बल की टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, आरएसएस और भाजपा क्यों चाहते हैं कि नेहरू-गांधी नेतृत्व से अलग हों? क्योंकि गांधी परिवार के नेतृत्व के बिना कांग्रेस, जनता पार्टी बन जाएगी। इस तरह से कांग्रेस को खत्म करना आसान होगा और फिर से आइडिया ऑफ इंडिया को खत्म करना आसान होगा। कपिल सिब्बल यह जानते हैं, लेकिन वह आरएसएस-भाजपा की भाषा क्यों बोल रहे हैं