नई दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किया गया बजट-2022-23, कांग्रेस द्वारा 2007-08 के वैश्विक वित्तीय संकट के समय पेश किए गए बजट से 100 गुना बेहतर है और इसके हर पन्ने पर रोजगार है। राज्यसभा में आम बजट पर चर्चा भाग लेते हुए सुशील मोदी ने यह भी कहा कि देश के पास यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुशल नेतृत्व और चिकित्सकों व अग्रिम मोर्चा के कर्मियों का सहयोग नहीं होता तो कोरोना काल में 50 लाख से अधिक लोग मर जाते। उन्होंने कहा, निर्मला सीतारमण जेएनयू जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पढ़ी हैं। उनके पास हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की कोई डिग्री नहीं है, जो चिदम्बरम (कांग्रेस नेता व पूर्व वित्त मंत्री) जी के पास थी। लेकिन मैं कह सकता हूं कि वैश्विक वित्तीय संकट के समय कांग्रेस ने जो बजट पेश किया था, उससे 100 गुना बेहतर बजट निर्मला सीतारमण ने पेश किया है। वह भी प्रतिकूल परिस्थितियों में।
मोदी ने वर्ष 2017-2018 में आए स्पेनिश फ्लू का उल्लेख किया और कहा कि उस समय डेढ़ करोड़ लोग मारे गए थे जबकि भारत की आबादी 30 करोड़ थी। उन्होंने कोरोना काल में अमेरिका, ब्राजील और ब्रिटेन सहित विश्व के कई देशों की आबादी के अनुपात में हुई मौतों की संख्या बताते हुए कहा, अगर नरेंद्र मोदी जी का नेतृत्व नहीं होता और फ्रंटलाइन वर्कर, डॉक्टर और नर्स का सहयोग नहीं होता तो पचास लाख से ज्यादा लोग मर गए होते। उन्होंने कहा, हमारे पास फ्रांस, अमेरिका और ब्राजील जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं भी नहीं है फिर भी हमने इस देश के 45-50 लाख लोगों को मरने से बचा लिया।टीकाकरण अभियान का मजाक उड़ाए जाने को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व के कारण ही संभव हो सका कि देश में मेड इन इंडिया और मेड बाय इंडिया कोविड-19 रोधी टीका देश को मिला।उन्होंने कहा, नहीं तो 140 करोड़ लोगों को टीका लगाने के लिए हमको दुनिया के सामने भीख मांगनी पड़ती और वर्षों लग जाते तो भी हम देश के 140 करोड़ लोगों को टीका नहीं लगा पाते। बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि इस बजट में किसी एक बात पर जोर दिया गया है तो वह सिर्फ और सिर्फ रोजगार है। उन्होंने कहा, इसके हर एक पन्ने पर रोजगार लिखा है… इसके हर एक पन्ने से रोजगार पैदा होता है…हम ऐसा विकास देश को दे रहे हैं, जो रोजगार पैदा करने वाला है। रोजगार परक विकास कर रहे हैं। मोदी ने दावा किया कि केंद्र सरकार केवल 5जी ही नहीं ला रही हैं बल्कि अभी से 6जी भारत लाने की तैयार कर रही है।