नई दिल्ली- दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने शिक्षा में सुधार के दावों पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि केजरीवाल सारी दुनिया को नसीहतें दे रहे हैं लेकिन दिल्ली में ही अपने कहे पर अमल नहीं कर रहे। वह अपने कागजी फार्मूले से दिल्ली के साथ-साथ पूरे देश की जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल का कहना है कि पूरे देश में सरकारी स्कूल खोले जाएं जबकि पिछले आठ सालों में केजरीवाल ने एक भी नया स्कूल नहीं खोला गया। वह हर साल 100 नए स्कूल खोलने का वादा करके सत्ता में आए थे। केजरीवाल ने दूसरा सुझाव यह दिया है कि देश भर में स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती की जाए जबकि दिल्ली के स्कूलों में 24 हजार शिक्षकों की कमी है। केजरीवाल के फार्मूले में एक प्वाइंट यह है कि कच्चे शिक्षकों को पक्का किया जाए जबकि दिल्ली में 22 हजार गेस्ट टीचर हैं और उनमें से एक को भी पक्का नहीं किया गया। सच्चाई यह है कि बहुत-से गेस्ट टीचर्स को कई साल की नौकरी के बाद निकाल दिया गया है। दिल्ली में 600 के करीब वोकेशनल टीचर भर्ती किए गए लेकिन उन्हें इतनी कम सैलरी दी जाती है कि वे काम करने के लिए ही तैयार नहीं हैं। केजरीवाल का एक और सुझाव यह है कि शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाए। जब स्कूलों में 24 हजार शिक्षक ही नहीं हैं तो उनकी ट्रेनिंग का सवाल भी पैदा नहीं होता। संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हरीहर रघुवंशी और ब्रजेश राय भी उपस्थित रहे। बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल ने गरीबी दूर करने के लिए सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा का फार्मूला भी दिया है ताकि गरीब बच्चे डॉक्टर इंजीनियर बनकर अपने परिवार की गरीबी दूर कर सकें। सच्चाई यह है कि दिल्ली के 1027 सरकारी स्कूलों में से 745 में तो साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई ही नहीं होती। ऐसे में डॉक्टर,इंजीनियर या सीए कहां से बनेंगे। केजरीवाल सरकार का यह दावा भी झूठा है कि आम आदमी पार्टी सरकार के आने के बाद दिल्ली के पब्लिक स्कूलों में फीस बढ़ोतरी नहीं हुई। उदारहण के लिए मथुरा रोड के एक पब्लिक स्कूल में 2015-16 में जब आप सरकार आई टयूशन फीस 18900 रुपए थी,अब वह बढक़र 31200 रुपए है। इसी तरह वसंत कुंज के पब्लिक स्कूल में वार्षिक टयूशन फीस 2019-20 में 90,000 थी जो अब बढक़र 1,50,000 रुपए हो गई है। बिधूड़ी ने आरोप लगाया उच्च शिक्षा में भी केजरीवाल ने दिल्ली में बंटाधार कर दिया है।