उत्तराखंड की प्रमुख म्यूजिक प्रोडक्शन कंपनी माशकबीन स्टूडियोज के एक गाने ‘क्रीम पाउडरा’ ने YouTube पर 5 करोड़ व्यूज को पार कर लिया है। साल 2022 में रिलीज होने वाले इस गाने को अपनी कैची धुन, खूबसूरत लिरिक्स और दमदार मैसेज के लिए सराहा गया है।उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के इस गीत ने अपनी रिलीज के बाद से सिर्फ बारह महीनों में YouTube पर 50 मिलियन से अधिक व्यूज जुटाकर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। यह इस उल्लेखनीय दर्शक संख्या तक पहुंचने के लिए उत्तराखंड से सबसे तेज कुमाऊंनी गीत बनाता है, जो समय और अंतरिक्ष को पार करने के लिए पारंपरिक लोक संगीत की शक्ति का प्रमाण है। क्रीम पाउडरा’ ‘थल की बाजार’ और ‘फ्वान बाघा रे’ जैसे गानों की लीग में शामिल है जिसने 50 लाख से ज्यादा व्यूज भी हासिल किए हैं। इन गीतों ने उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत के मर्म को समेटा है और विविध पृष्ठभूमि के श्रोताओं से रू-ब-रू हुए हैं राकेश खानवाल और माया उपाध्याय द्वारा गाया गया यह गीत राज्य के प्राकृतिक परिदृश्य की सुंदरता और अपनी महिलाओं की ताकत का जश्न मनाता है। यह गीत एक ऐसी महिला के नजरिए से गाया गया है, जिसे अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व है। गीत की सफलता कुमाऊंनी लोक संगीत दृश्य के लिए एक स्वागत योग्य संकेत है। इससे पता चलता है कि आज भी दुनिया भर के दर्शकों के बीच पारंपरिक लोक संगीत की प्रबल भूख है। इससे यह भी पता चलता है कि पारंपरिक लोक संगीत भी आधुनिक संगीत की तरह ही लोकप्रिय हो सकता है।क्रीम पाउडरा की सफलता इसके निर्माण में शामिल कलाकारों की कड़ी मेहनत और प्रतिभा का प्रमाण है। यह पारंपरिक लोक संगीत की शक्ति का भी प्रमाण है कि वह गहरे स्तर पर लोगों से जुड़ता है। इस गीत में किसी की संस्कृति पर गर्व करने का संदेश आने वाले वर्षों तक दर्शकों के बीच गूंजता रहेगा, यह निश्चित है।यह गाना पूरे भारत में दर्शकों के साथ जबरदस्त हिट रहा है। इसे कई संगीत चार्ट पर दिखाया गया है और इसकी प्रामाणिकता और मौलिकता के लिए आलोचकों द्वारा प्रशंसा की गई है। गीत की सफलता माशकबीन स्टूडियोज और इसके संस्थापक सुरेश जोशी की प्रतिभा का प्रमाण है।क्रीम पाउडरा’ के अलावा ‘माशकबीन स्टूडियोज’ ने ‘चाहा का होटल’, ‘मधु’, ‘धई हाथे धमेली’ और ‘मास्टरजी’ सहित कई अन्य सफल गीतों का भी निर्माण किया है। कंपनी संगीत बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती है जो मनोरंजक और शैक्षिक दोनों है।क्रीम पाउडरा’ की सफलता माशकबीन स्टूडियो के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है। यह कंपनी की प्रतिभा और समर्पण का प्रमाण है। गीत की सफलता भारत और वैश्विक स्तर पर लोक संगीत की बढ़ती लोकप्रियता का संकेत भी है
मशकबीन स्टूडियोज संगीत बनाने के अलावा मूवीज और उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत को तलाशने वाली कई लघु फिल्मों के निर्माण की भी योजना बना रहा है।
