नई दिल्ली- उत्तर पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में शुक्रवार रात हुए दर्दनाक हादसा में सात लोगों की मौत हो गई, साथ ही दर्जनों झुग्गियां जलकर खाक हो गईं। आग में एक ही परिवार के दो नाबालिग रोशन 13 और उसकी बहन दीपिका 9 की मौत हो गई। वहीं, पांच अन्य की पहचान बबलू 32 रंजीत 25 रेशमा 18 प्रियंका 20 और शहंशाह 10 के रूप में हुई है। दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक, आग पर काबू पा लिया गया है, हालांकि, आग किस वजह से लगी, यह फिलहाल साफ नहीं हो पाया है। उत्तर पूर्वी दिल्ली के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त  देवेश कुमार महला ने बताया कि गोकलपुरी गांव के पिलर नंबर 12 के पास तडक़े तकरीबन एक बजे हमें आग लगने की सूचना मिली थी। हम इसके बाद मौके पर पहुंचे और दमकल विभाग को खबर दी। तकरीबन चार बजे आग पर काबू पाया गया। हादसे में दर्जनों झुग्गियां जलकर राख हो चुकी हैं और सात लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने बताया गया कि राहत और बचाव कार्य के लिए मौके पर दमकल विभाग की 15 गाडिय़ां भेजी गई थीं। सात शवों को मलबे से बरामद किया गया है। वहीं, पीडि़तों के लिए खाने और रहने का उचित बंदोबस्त किया जा रहा है। स्थानीयों ने बताया कि सब कुछ एकदम से हुआ। वे लोग समझ ही नहीं पाए। आग लगने की जानकारी हुई, तो वे फटाफट वहां से भागे। कुछ लोगों ने इस हादसे में अपनों को खोया तो कई लोग जख्मी हुए। दिल्ली फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि जिन सात लाशों को बरामद किया गया है, उनकी पहचान नहीं की जा सकी है। ऐसा लगता है कि ये लोग घटना के समय सो रहे थे और वहां तेजी से फैलने वाली आग के बीच भाग नहीं सके। 60 झोपडिय़ां पूरी तरह जलकर खाक हो गईं है। हम आग लगने के पीछे के कारणों का पता लगा रहे हैं। साथ ही पुलिस ने कहा कि आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। रोहिणी की फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम ने भी घटनास्थल का दौरा किया। पुलिस ने बताया कि घटना में कुछ लोग मामूली रूप से झुलस गए हैं। उन्होंने कहा कि मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।