नई दिल्ली – भारत की ‘एक्‍ट ईस्‍ट पॉलिसी’ के 10 सालों का जश्‍न मनाते हुए, आसियान-इंडिया म्‍यूजिक फेस्टिवल अपने रोमांचक सेकंड लेग के लिये बैंकॉक की ओर बढ़ रहा है! यह आयोजन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा सहर के साथ भागीदारी में किया जाता है। इस बार का आयोजन 9 दिसंबर, 2024 को शाम 7 बजे से वॉल्‍यूम लाइवहाउस, स्‍ट्रीट रतचाडा में होगा, जहाँ सभी के लिये फ्री एंट्री होगी।बैंकॉक एडिशन नई दिल्‍ली के प्रसिद्ध पुराना किला में 29 नवंबर से 1 दिसंबर, 2024 तक आयोजित हुए फेस्टिवल के फर्स्‍ट लेग की शानदार सफलता पर आधारित होगा। नई दिल्‍ली चैप्‍टर में 15000 से ज्‍यादा आगंतुक थे। इसमें आसियान सदस्‍य देशों के 10 बैंड्स और भारत के 5 बैंड्स थे। शान, रघु दीक्षित, जसलीन रॉयल, सिंगर जोड़ी सुकृति-प्रकृति, आदि जैसे बड़े-बड़े नाम उनमें शामिल थे। इन कलाकारों ने दोनों क्षेत्रों के गहन सांस्‍कृतिक एवं नागरिक सम्‍बंधों को सराहने वाली प्रस्‍तुतियों से दर्शकों को रोमांचित किया था। फेस्टिवल का उद्घाटन विदेश राज्‍य मंत्री श्री पबित्रा मार्घेरिटा ने किया था। इसमें ‘एक्‍ट ईस्‍ट पॉलिसी’ के बड़े लक्ष्‍य के हिस्‍से के तौर पर लोगों के बीच जुड़ाव बनाने के लिये भारत की प्रतिबद्धता दिखी।सेकंड लेग में चार बेहतरीन परफॉर्मेंसेस होंगे, जो आसियान और भारत की संगीत परंपराओं को जोड़ेंगे। आगंतुकों को आसियान कोलैब बैंड 1 और आसियान कोलैब बैंड 2 की विभिन्‍न शैलियों का संगम देखने को मिलेगा। इनमें आसियान देशों के कलाकार एकजुट होंगे और साथ ही भारत के वेस्‍टर्न घाट्स की मनमोहक धुनें और थाइलैण्‍ड के टेलीविजन ऑफ का भरपूर जोश दिखेगा।सहर के फाउंडर डायरेक्‍टर संजीव भार्गव ने कहा, ‘‘आसियान-इंडिया म्‍यूजिक फेस्टिवल सिर्फ प्रस्‍तुतियों से कहीं बढ़कर है; इसमें लोगों को जोड़ने के लिये संगीत का माध्‍यम बनाया जाता है। नई दिल्‍ली में हुए फर्स्‍ट लेग को मिली शानदार प्रतिक्रिया ने हमारी साझा धरोहर और सांस्‍कृतिक रिश्‍तों को सराहने में संगीत की ताकत दिखाई। बैंकॉक में हम उसी सफलता को आधार बना रहे हैं, ताकि आसियान और भारत के संगीत की विविधतापूर्ण परंपराएं मिलकर एक याद बन जाएं। इस आयोजन के लिये हमारा लक्ष्‍य मनोरंजन से कहीं बढ़कर है; हम चाहते हैं कि यह हमें एक क्षेत्र के रूप में जोड़ने वाले सांस्‍कृतिक सम्‍बंधों के ज्‍यादा गहन जुड़ाव एवं समझ की प्रेरणा दे।आसियान-इंडिया म्‍यूजिक फेस्टिवल साझा धरोहर का संगम है, जहाँ संगीत के मिलन से आसियान और भारत की महत्‍वपूर्ण साझेदारी मजबूत होती है। इसमें भारत की ‘एक्‍ट ईस्‍ट पॉलिसी’ की झलक मिलती है और संगीत के माध्‍यम से सार्थक जुड़ाव को बढ़ावा दिया जाता है। संस्‍कृति, व्‍यापार एवं निजी आदान-प्रदान के द्वारा गठजोड़ किये जाते हैं।संगीत, एकता और उत्‍सव की एक यादगार शाम में हमारे साथ हो जाइये, 9 दिसंबर, 2024 को वॉल्‍यूम लाइवहाउस, स्‍ट्रीट रतचाडा में। इसमें प्रवेश निशुल्‍क है। हमें आपका बेसब्री से इंतजार रहेगा!

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