नई दिल्ली- दक्षिणी निगम ने कर निर्धारण एवं समाहरण विभाग ने अब तक का सर्वाधिक संपत्ति कर संकलन करके एक नया इतिहास रचा है इस वर्ष दक्षिणी निगम ने 1000 करोड़ रु का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है। विभाग के सतत प्रयासों, करदाताओं के साथ सकारत्मक व्यवहार और करदाताओं को अंतिम तिथि से पहले कर भुगतान के बारे में प्रेरित करने का यह परिणाम है कि दक्षिणी निगम लक्ष्य से अधिक कर संकलन कर पाया है। लगभग 4.60 लाख संपत्तियों से 31 मार्च 2022 तक 1070 करोड़ रु कर संकलन किया है। साथ ही हस्तांतरण शुल्क से कुल 917 करोड़ अर्जित किए गए हैं। दक्षिणी निगम ने पहली बार संपत्तिकर व हस्तांतरण शुल्क से लगभग 2000 करोड़ रुपए अर्जित किए है, जो ही उल्लेेखनीय हैं। वित्तीय वर्ष 2018-19 में निगम ने हस्तांतरण शुल्क के रूप में 637.99 करोड़ रुपए, वित्तीय वर्ष 2019-20 में 751.57 करोड़ रुपए और वर्ष 2020-21 में कुल 563.65 करोड़ रुपए अर्जित किए। आयुक्त ज्ञानेश भारती ने बताया कि विभाग ने मासिक राजस्व समीक्षा बैठकों में संकलन का लक्ष्य 1000 करोड़ रु किए जाने की जरूरत पर बल दिया जिससे दक्षिणी निगम क्षेत्र को स्मार्ट सिटी के अनुरूप विकसित किया जा सके। आयुक्त ने बताया कि उन्होंने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से इस दिशा में समर्पित होकर काम करने को कहा। उन्होंने बताया कि करदाताओं की सुविधा के लिए दक्षिणी निगम ने मार्च महीने में शनिवार और अंतिम रविवार के दिन के अवकाश के दौरान भी संपत्ति कर के विभाग के सभी कार्यालय खुले रखे गए थे। करदाताओं की सुविधा के लिए इस वर्ष विभिन्न वार्डों में लगभग 900 शिविर भी आयोजित किए गए थें। नए वित्त वर्ष में विभाग जारी सर्वे के निष्कर्ष के आधार पर कर दायरा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।