राजधानी दिल्ली और उससे सटे इलाकों में वायु प्रदूषण की समस्य लगातार गंभीर होती जा रही है. वायु प्रदूषण के वजह से मानों दिल्ली-एनसीआर को एक सफेद चादर ने कवर कर लिया है. दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुल रहे जहरीले धुंए के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ महसूस हो रही है. खासकर सांस के मरीजों को ज्यादा दिक्कत का सामना कर पड़ रहा है. डॉक्टरों ने वायु प्रदूषण को देखते हुए सांस के मरीजों को घरों से बाहर न निकलने के हिदायत दी है. वहीं, दिल्ली में आज यानी सोमवार सुबह समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 के पार दर्ज किया गया.सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR-India) के अनुसार दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 322 दर्ज़ किया गया है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है. वहीं, उत्तर प्रदेश के नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है. दिल्ली से सटे नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे शहरों में भी हालात गंभीर हो चले हैं. हालांकि हरियाणा के गुरुग्राम में अन्य क्षेत्रों के मुकाबले एक्यूआई अपेक्षाकृत बेहतर दर्ज किया गया. सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो दिल्ली में कल एक्यूआई 325, गाजियाबाद में 286, फरीदाबाद में 309, गुरुग्राम में 198, नोएडा में 281 और ग्रेटर नोएडा में 344 एक्यूआई दर्ज किया गया.आज यानी 30 अक्टूबर को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के सुबह 6 बजे के राजधानी दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों को वायु गुणवत्ता के आंकड़े जारी किए. सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में सोमवार को AQI बहुत खराब दर्ज किया गया.

  • अशोक विहार (352) AQI
  • इंदिरा गांधी एयरपोर्ट टी3 (331) AQI
  • आईटीओ (302) AQI
  • जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (301) AQI
  • लोधी रोड (273) AQI
  • दिल्ली यूनिवर्सिटी नॉर्थ कैंपस (382) AQI
  • आरके पुरम (338) AQI
  • पंजाबी बाग (375) AQI
  • पूसा (286) AQI
  • ओखला फेज 2 (326) AQI

वहीं, दिल्ली की अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण पर काबू पाने के लिए रेड लाइट ऑन, इंजन ऑफ जैसे कई बड़े कदम उठाए हैं. लेकिन सरकार से सभी प्रयास अभी ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं. इस बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिल्ली में बाहरी वाहनों की वजह से यह हालत हुई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहन चलते हैं, जिनसे वायु प्रदूषण नहीं फैलता. लेकिन उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा जैसे राज्यों से आने वाले डीजल वाहनों ने दिल्ली का वायु प्रदूषण बढ़ा दिया है.