नई दिल्ली- पिछले 40 दिनों से केजरीवाल सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे किसानों का प्रदर्शन रविवार को समाप्त हो गया। इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि केजरीवाल ने पिछले सात सालों में जो-जो वायदे किए उनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं किया। सिर्फ चुनाव के वक्त बड़े-बड़े वायदे करना, झूठ बोलना एवं जनता को भ्रमित करने का काम करना केजरीवाल की राजनीति का हिस्सा है और जब जनता के लिए काम करने का समय आए तो भाग जाना ही उनकी पुरानी आदत है। उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि दिल्ली के किसान खुद को किसानों का दर्जा पाने के लिए आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि दिल्ली में किसानो द्वारा पिछले 40 दिनों से चल रहे विरोध प्रदर्शन को हम आगे केंद्र सरकार के पास लेकर जाएंगे और उनके सामने किसानों की समस्या रखेंगे, क्योंकि अब दिल्ली में परिवर्तन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज एमसीडी के विद्यालय नहीं होते और हर वार्ड में खुले डिस्पेंसरी नहीं होती तो केजरीवाल के शिक्षा और स्वस्थ्य मॉडल की और भी बदतर स्थिति होती। इसलिए भाजपा हमेशा से ही दिल्ली की बेहतरी के लिए काम करती रही है और आगे भी करती रहेगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल का कार्य मॉडल इसी से समझा जा सकता है कि गांव के किसानों से जमीन स्कूल, सामुदायिक भवन एवं विकास के नाम पर लेकर उसपर हज हाउस बनवा रहे हैं। दिल्ली में बैठी ऐसी सरकार है जिसके पास 40 दिनों से बैठे किसानों के दुख-दर्द को समझने के लिए समय नहीं है। नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि जिस तरह से किसानों ने पिछले 40 दिनों से अपनी मांगों को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उसकी गूंज 23 तारीख से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में भी सुनाई देगी। किसानो को उनके संघर्ष के लिए धन्यवाद देते हुए बिधूड़ी ने कहा कि मोहम्मद गोरी एवं मुहम्मद गजनवी जैसे अतिक्रमणकारियों ने जिस तरह से दिल्ली को लूटने का काम किया था ठीक उसी प्रकार अरविंद केजरीवाल दिल्ली को लूट रहे हैं। दिल्ली के 128 गांव के किसानों की फसल बरसात के कारण बर्बाद हो गई जिसकी भरपाई के लिए 50,000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से हमने मांग की, लेकिन केजरीवाल ने मुआवजा तो दूर गांव में जाना भी जरूरी नहीं समझा।