नई दिल्ली- पंजाब में बदलाव को लेकर आम आदमी पार्टी को मिले भारी बहुमत के उपरांत पार्टी का परिवार दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है। यहीं कारण है कि हरियाणा में भाजपा-कांग्रेस सरकारों में बडे से बडा मंत्री, विधायक व अधिकारी नेता आम आदमी पार्टी का दामन थामने को उतारू है। आज मंगलवार को भाजपा, बीएसपी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में पूर्व विधायक और पूर्व मंत्रियों ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर पार्टी के हरियाणा सहप्रभारी डा सुशील गुप्ता ने पंजाब और दिल्ली के बाद हरियाणा में लोग कह रहे हैं कि यहां भी बदलाव होना चाहिए। हरियाणा के लोगों को कहना है पंजाब और दिल्ली के अंदर लोगों ने परिवर्तन करके दिखाया है, ठीक इसी तरह हरियाणा में परिवर्तन होगा। राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि आने वाले समय में हरियाणा को एक नई राजनीति देने की सोच लेकर पार्टी आई है। इसी सोच के कारण प्रदेश के कई महत्वपूर्ण व्यक्ति आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा का प्रत्येक नागरिक अच्छी शिक्षा, स्वास्थ, 24 घंटे बिजली, पानी, रोजगार, सुरक्षा चाहता है। यह केवल आम आदमी पार्टी के साफसुथरी सरकार ही दे सकती है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी का दिल्ली मॉडल अब पंजाब में लागू हो चुका है। हरियाणा की जनता जल्द इसका अपने यहां भी लागू करना चाह रही है। जिसका असर जल्द ही देखने को मिलेगा।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता ने पार्टी मुख्यालय में आज भाजपा-कांग्रेस सहित अन्य दलों के विधायक-मंत्री रह चुके नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इनमें राजकुमार, चेयरमैन हरियाणा अनुसूचित जाती व पूर्व युवा कांग्रेस कमेटी सदस्य,कपूर सिंह, लोकसभा प्रत्याशी 2014 के, समाजिक कार्यकता, पूर्व महासचिव बीआर अंबेडकर सभा, संदीप कुमार गोयल अग्रवाल सभा जगादारी,मेयर प्रत्याशी बीएसपी से 2018 में, संजय शर्मा हलका टोहाना कांग्रेस से प्रदेश प्रवक्ता एवं बीएसपी के विधायक प्रत्याशी 2004 में,सुरेन्द्र दहिया पानीपत से नेशनल संयोजक एआईसीसी राजस्थान, यूथ जिला अध्यक्ष पानीपत में, मनीष खत्री सरपंच गांव कुंडली, समाजसेवी,संदीप गोयल समाजसेवी और देवेन्द्र सैनी पत्रकार गोहाना पूर्व जिला परिषद प्रत्याशी को टोपी और पटका पहनाकर पार्टी में शामिल किया।इस दौरान राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता ने कहा कि पंजाब चुनाव के बाद पूरे देश के अंदर लोग एक परिवर्तन महसूस कर रहे हैं
दिल्ली और पंजाब के बीच में मौजूद हरियाण भी चाहता है कि वहां पर भी परिवर्तन हो। दिल्ली- पंजाब की तरह धर्म और जाति की राजनीति को छोड़ के काम की राजनीति को पसंद किया है।