नई दिल्ली- कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए बुधवार से 12 तक के बच्चों के लिए शुरू हुए वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी रही। पहले दिन दिल्ली के कई टीकाकरण केंद्र पर दोपहर दो बजे तक वैक्सीन नहीं पहुंचा, जबकि कई जगहों पर बच्चे ही टीका लगवाने नहीं पहुंचे। केंद्रों पर पहुंचे कुछ बच्चों ने बताया कि पंजीकरण के लिए कोविन पोर्टल पर 12 से 14 साल तक की स्थिति साफ नहीं हो रही थी। काफी परेशानी के बाद पंजीकरण हुआ। दिल्ली सरकार के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में पहले दिन 12 से 14 साल तक के किसी बच्चे को कोरोना का टीका नहीं लग सका। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि सुबह 9 बजे से ही टीका लगाया जाना था लेकिन दोपहर दो बजे तक उनके पास टीका ही नहीं पहुंच सका। अस्पताल में टीका लगवाने सुबह दो बच्चे आए थे लेकिन टीका पहुंचने के बाद कोई नहीं आया तो ऐसे में टीका नहीं लग सका। यहां टीका लगाने के लिए आया स्टाफ भी पूरे दिन बैठा रहा। वहीं डॉ. राम मनोहर लोहिया में भी पहले दिन टीका लगवाने 12 से 14 साल के सिर्फ चार बच्चे पहुंचे। इनमें भी दो बच्चे अस्पताल से जुड़े स्टाफ के थे। यहां भी दोपहर तक कोविन पोर्टल काम नहीं कर रहा था। इस वजह से सीधे टीका लगवाने आए बच्चों को ऑफलाइन पंजीकरण कर टीका दिया गया लेकिन कोविन पोर्टल पर उनका पंजीकरण दोपहर बाद हुआ। इसके बाद ही उन्हें सर्टिफिकेट मिल सकेगा। बता दें कि दिल्ली में 12 से 14 आयुवर्ग के 6.15 लाख बच्चों को कोरोना का टीका लगेगा। इनमें 12 साल के 1.64 लाख लडक़े और 1.4 लाख लड़कियां शामिल हैं। दिल्ली में 13 साल की उम्र के 1.67 लाख लडक़ों और 1.44 लाख लड़कियों को भी यह टीका लगाया जाना है। 12 से 14 साल के आयु वर्ग को बायोलॉजिकल ई की कॉर्बेवैक्स दी जाएगी, पहली वैक्सीन के 28 दिनों बाद दूसरी वैक्सीन दी जाएगी।