नई दिल्ली – डॉ. नीरज संदूजा एक विख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं, जिन्हें रेटिना व नेत्र रोगों के उपचार में 20 वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त है। वे वर्तमान में दिल्ली और गुरुग्राम में विट्रियोरेटिना कंसल्टेंट के रूप में सेवाएँ दे रहे हैं। डॉ. संदूजा न केवल एक कुशल सर्जन हैं, बल्कि एक सफल उद्यमी और संवेदनशील इंसान भी हैं। उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि उनके मरीजों को नेत्र और रेटिना से जुड़ी सर्वोत्तम, आधुनिक एवं नैतिक चिकित्सा सेवाएं प्राप्त हों। डॉ. संदूजा का जन्म 1971 में हुआ था। वे बचपन से ही मेधावी रहे और उन्हें एनसीईआरटी विज्ञान प्रतिभा छात्रवृत्ति प्राप्त हुई। उन्होंने पं. बीडी शर्मा पीजीआईएमएस, रोहतक से एमबीबीएस और एमएस की पढ़ाई पूरी की। वहीं, उन्हें विट्रियोरेटिनल बीमारियों में विशेष रुचि विकसित हुई। उन्होंने शंकरा नेत्रालय, चेन्नई से विट्रियोरेटिना, क्लिनिकल व रिसर्च विट्रियोरेटिना और मोतियाबिंद सर्जरी में तीन प्रतिष्ठित फैलोशिप प्राप्त कीं। वे इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ऑप्थाल्मोलॉजी (ICO), यूके से प्रमाणित हैं और ग्लासगो से एफआरसीएस की उपाधि भी प्राप्त कर चुके हैं। वे FAICO (रेटिना और विट्रियस) फेलो हैं तथा अमेरिका के विलियम बीउमोंट हॉस्पिटल से पीडियाट्रिक रेटिना और ROP में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। उनकी विशेषज्ञता डायबिटिक रेटिनोपैथी, रेटिनल डिटैचमेंट, नेत्र आघात, मैक्युलर होल और समयपूर्व बच्चों में ROP जैसी जटिल बीमारियों में है। वर्तमान में वे विआन आई एंड रेटिना सेंटर के निदेशक और फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम में वरिष्ठ सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने 200 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं और अनेक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं व पुस्तकों में उनके लेख प्रकाशित हुए हैं। बाल्यकालीन अंधत्व की रोकथाम को लेकर वे विशेष रूप से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने हजारों नवजात शिशुओं की ROP जांच की है और 350 से अधिक बच्चों का सफल इलाज किया है। उनके कार्यों के लिए उन्हें लेजेंड इन ऑप्थाल्मोलॉजी और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा सर्वश्रेष्ठ नेत्र विशेषज्ञ का सम्मान मिला है। उन्होंने VISION 2020: The Right to Sight के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विआन आई एंड रेटिना सेंटर” की स्थापना की, जो गुणवत्तापूर्ण, नैतिक और सुलभ नेत्र देखभाल का प्रतीक है।