नई दिल्ली-भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने पार्टी के 42वें स्थापना दिवस के मौके पर कहा कि इस साल का एक विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि हम आजादी का अमृतमहोत्सव मना रहे हैं। जिन सपनों को श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देखा था आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा हो रहा है। राष्ट्रवादी पार्टी के रुप में अपनी पहचान बनाने वाली भाजपा आज जन मानस की पार्टी बन गई है। हमें विश्व की सबसे बड़े राजनीति दल बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि गरीबों, दलितों, पीछड़ों एवं महिलाओं के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए गए जनकल्याणकारी योजनाओं के कारण भाजपा को विशिष्ट पहचान मिली है और हम 17 करोड़ सदस्यों का एक परिवार बनाने में सफल हुए हैं। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, सांसद रमेश बिधूड़ी, पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल, पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जयवीर राणा, प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्षा योगिता सिंह, प्रदेश ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष संतोष पाल, प्रदेश ओबीसी मोर्चा मंत्री आकाश जैलदार सहित प्रदेश, जिले एवं मंडल के अन्य पदाधिकारी एवं पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस दौरान प्रदेश ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष संतोष पाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन में आज देश युवाओं एवं महिलाओं के सहारे आगे बढ़ रहा है। गरीब कल्याण योजना का लाभ करोड़ों भारतीयों को मिल रहा है। अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी एक नई पहचान मिली है। परिवारवादी पार्टियों से अलग भाजपा ने देश को एक नई पहचान दिलवाई है और यही कारण है कि आज देश के 18 राज्यों में हम सरकार बनाने में कामयाब हुए हैं। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जयवीर राणा ने कहा कि भाजपा सिर्फ राजनीतिक ही नहीं बल्कि सामाजिक रुप से जो काम किया है, उसी के बदौलत भाजपा को गरीबों एवं पिछड़ों की पार्टी बनने का गौरव हासिल हुआ है। भाजपा समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुंचाने वाला राजनीतिक दल है। प्रदेश ओबीसी मोर्चा मंत्री आकाश जैलदार ने बताया कि प्रदेश कार्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं पदाधिकारियों ने ध्वाजारोहण के उपरांत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कार्यकर्ताओं का लाइव संबोधन सुना। फिर एक शोभा यात्रा निकाली गई जो कि प्रदेश कार्यालय से होकर बांग्ला साहिब गुरुद्वारा होते हुए पुन: प्रदेश कार्यालय पर समाप्त हुई।