नई दिल्ली- आयोजन का उद्घाटन किया और कहा कि वे नौकरी के अधिक अवसर सृजित करेंगे एवं पूर्वोत्तर के स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सबसे बड़ा त्योहार, जो कोरोनोवायरस महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रहा है उसमें अगले चार दिनों के दौरान एमएसएमई प्रदर्शनी, बहु-व्यंजन फूड कोर्ट, फोटोग्राफी प्रदर्शनी, रॉक बैटल, टूरिज्म बी2बी मीट, म्यूजिकल इवनिंग और फैशन शो, कला प्रदर्शनी सहित कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।मंत्री ने कहा कि एमएसएमई एक्सपो में 100 से ज्यादा कारोबारी भाग ले रहे हैं जो नार्थ ईस्ट में बने सामानों को प्रदर्शित करेंगे। प्रदर्शनी में क्षेत्र के हथकरघा, हस्तनिर्मित आभूषण, हस्तशिल्प, कृषि-बागवानी उत्पाद और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ आदि होंगे। प्रदर्शनी के लिए लगभग 140 बूथ स्थापित किए जा रहे हैं। वहां एक ऐसा बाज़ार तैयार किया जा रहा है जहाँ आगंतुक क्षेत्र के निर्मित सामान ब्राउज़ कर सकते हैं और खरीद सकते हैं।उन्होंने कहा कि दिल्ली में आयोजित इस उत्सव का प्राथमिक लक्ष्य उत्तर पूर्व भारत के सांस्कृतिक संसाधनों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना और क्षेत्र की असाधारण प्रतिभाओं के लिए एक आकर्षक प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करना है। पूर्वोत्तर में एक उभरती स्टार्टअप संस्कृति है। हमें लगता है कि उन्हें अपने कारोबार को बढ़ावा देने के लिए तकनीक का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार समृद्ध पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों के बारे में उद्यमियों को शिक्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल लोगों के बीच तालमेल बनाने और जीवन का जश्न मनाने को लेकर है। इस उत्सव के माध्यम से हम दिल्ली की बहुसांस्कृतिक आबादी को पूर्वोत्तर भारत की सुंदरता, विविधता और अखंडता के प्रति संवेदनशील बना रहे हैं।